बदलता स्वरूप अयोध्या। तीर्थ क्षेत्र धर्म की नगरी अवध धाम में उत्तर प्रदेश शासन द्वारा स्थापित जल पुलिस चौकी होने से सरयू नदी में डूबते लोगों को बचाने के साथ-साथ पशु पक्षियों को भी सुरक्षित निकालने का काम जल पुलिस के जवानों के द्वारा किया जा रहा है, जो क्षेत्र में प्रशंसनीय है मात्र पिछले 3 महीने का आंकड़ा अगर देखा जाए तो सरयू नदी में स्नान करते समय गहरे पानी में चले जाने से व पैर फिसलने की वजह से डूब रहे लगभग 32 लोगों का व 12 से अधिक लोगों को, पुराने सरयू पुल से कूदने पर सकुशल सुरक्षित रेस्क्यू कर बचाया गया। साथ ही साथ लगभग तीन दर्जन दुधारू पशुओं को नदी के बीच धारे में बहते हुए रेस्क्यू कर बचाया गया। वही दूर से बहते हुए राष्ट्रीय पक्षी मोर का रेस्क्यू कर वन विभाग को बुलाकर सौंपा गया। दूर दराज से आए हुए तीर्थ यात्रियों का खोया हुआ सामान भी बरामद करवा कर तीर्थ यात्री को वापस दिलाया गया। जिसमें तीन मोबाइल, 2.25 लाख का एक चेक, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ट्रेन टिकट व 1000 रुपये नगद शामिल है। दूर दराज से आए हुए बिछड़े तीर्थ यात्रियों को उनके घर सुरक्षित रूप से पहुंचाने का काम भी जल पुलिस ने किया, सरयू स्नान घाट पर असहाय व बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचा कर उनका समुचित इलाज में सहयोग भी किया गया, इन सब कार्यों को करने में जल पुलिस प्रभारी रूबे प्रताप मौर्य, तेज तर्रार कांस्टेबल नित्यानंद यादव, कांस्टेबल सुरेंद्र यादव व एसडीआरएफ के कांस्टेबल सोनू सिंह पुलिस मित्र के विजय कुमार, विश्वनाथ, रघुवीर शुक्ला का विशेष योगदान रहा है। आज तक के आंकड़ों में अगर देखा जाए 2 सालों में लगभग 350 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जो लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। उत्तर प्रदेश पुलिस के ऐसे वीर जवानों को यहां के स्थानीय लोग हमेशा याद करते रहे हैं जो प्रशंसनीय है।
