शोध केंद्र निदेशक ने आचार्य शुक्ल की प्रतिमा से सटे शौचालय को तुड़वानेकी उठाई आवाज

गोण्डा।
हिन्दी गद्य साहित्य के पुरोधा आचार्य रामचंद्र शुक्ल की बस्ती जनपद के ग्राम अगौना स्थित जन्मभूमि में बने स्मारक भवन में आचार्य प्रतिमा स्थल पर निर्मित शौचालय पर आक्रोश व्यक्त करते हुए शोध केन्द्र के निदेशक डा. शैलेन्द्र नाथ मिश्र ने जिलाधिकारी सहित जनप्रतिनिधियों से इसे तुड़वाने का अनुरोध किया है।
लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष व शोध निदेशक डा. शैलेन्द्र नाथ मिश्र ने मांग करते हुए कहा कि अगौना वासी आचार्य शुक्ल को अपना पूर्वज मानकर उनका जन्म दिवस विक्रमी संवत्सर के तिथि के आधार पर मनाते हैं। जिसके अनुसार इस वर्ष ग्रामवासी कवि सम्मेलन व श्रद्धांजलि आगामी 30 अक्टूबर को आयोजित कर रहे हैं। श्री मिश्र ने जिलाधिकारी बस्ती को पत्र भेजकर मांग किया है कि आचार्य शुक्ल की प्रतिमा से सटे शौचालय को जयंती समारोह से पूर्व तुड़वा कर परिसर में अलग निर्मित कराया जाय। उन्होंने अयोध्या के महापौर गिरीश पत्र त्रिपाठी एवं बस्ती के सांसद प्रतिनिधि जगदीश शुक्लसे स्मारक भवन की दुर्दशा पर वार्ता कर आचार्य शुक्ल की मर्यादा के अनुकूल स्मारक भवन के सुन्दरीकरण करवाने का अनुरोध किया है।
शोध निदेशक श्री मिश्र ने जिलाधिकारी बस्ती को भेजे गए शिकायती पत्र में कहा है कि हिन्दी साहित्य के मूर्धन्य साहित्यकार व हिन्दी को वर्तमान वैश्विक महत्ता दिलाने वाले विद्वान लेखक आचार्य रामचंद्र शुक्ल की जन्मभूमि विकास खण्ड बहादुरपुर के रामजानकी मार्ग कलवारी कस्बा के सन्निकट ग्राम पंचायत अगौना में स्थित है। आचार्य शुक्ल की स्मृति में वहाँ स्मारक भवन का निर्माण कराया गया है। आचार्य शुक्ल की जन्म स्थली स्थित यह स्मारक स्थल राष्ट्रभाषा- प्रेमियों व साहित्यकारों के लिए साहित्यिक तीर्थ है ,जहां वर्ष भर देश भर से साहित्य के श्रद्धालु व शोधकर्ता दर्शन के लिए आते हैं। आचार्य शुक्ल का यह भवन वर्तमान में जर्जर व समुचित देखरेख और संसाधनों के अभाव में दुर्दशाग्रस्त है। स्मारक भवन में पूर्व मण्डलायुक्त विनोद शंकर चौबे के सौजन्य से निर्मित आचार्य शुक्ल की प्रतिमा के सन्निकट ग्राम प्रधान द्वारा दूषित मानसिकता से शौचालय व टैंक का निर्माण करा दिया गया है जिसके कारण हिन्दी- प्रेमियों, छात्र – छात्राओं को गन्दगी से माल्यार्पण के साथ परिक्रमा करने में घोर असुविधा एवं मानसिक पीड़ा होती है।

श्री मिश्र ने पत्र में यह भी कहा है कि आचार्य शुक्ल की जयंती पर पिछले 4 अक्टूबर 2023 को जनपद गोण्डा के लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय के शोध केंद्र के तत्वावधान में शोध निदेशक शैलेंद्र नाथ मिश्र के नेतृत्व में तीन दर्जन साहित्य प्रेमियों कवि लेखकों व प्राध्यापकों द्वारा निकाली गई साहित्य लोकमंगल यात्रा में यात्रा दल ने अगौना स्थित स्मारक भवन में आचार्य शुक्ल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और स्थानीय बालिका इंटर कालेज की छात्राओं की उपस्थिति में अयोध्या के महापौर के मुख्य आतिथ्य में ‘साहित्य में लोकमंगल’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन कर आचार्य शुक्ल के साहित्यिक अवदान पर चर्चा किया गया। जिसमें प्रदेश से बाहर से आये विद्वानों ने आचार्य की प्रतिमा के बगल शौचालय व स्मारक भवन की दुर्दशा पर पीड़ा व्यक्त किया। श्री मिश्र ने डीएम व प्रशासनिक अधिकारियों से आचार्य शुक्ल स्मारक भवन को दुर्दशामुक्त कराने हेतु उच्च स्तरीय कमेटी से जांच करवाने के साथ ही प्रतिमा स्थल पर निर्मित शौचालय को परिसर में अन्यत्र निर्मित कराने का अनुरोध किया है।