अस्पतालों से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट का हो समुचित निस्तारण – डीएम

जिले में बिना अनुमति के न संचालित हो ईंट भठ्ठे – डीएम

बदलता स्वरूप गोण्डा। गुरूवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पर्यावरणीय समिति की बैठक आहूत की गई जिसमें उन्होंने इस वर्ष कराये गये वृक्षारोपण स्थल के जियो टैगिंग की समीक्षा की। उन्होंने लघु सिंचाई एवं भूगर्भ जल, महिला एवं बाल विकास, गृह, चिकित्सा शिक्षा एवं युवा कल्याण विभाग को निर्देश दिए कि वह जल्द से जल्द अपनी शत प्रतिशत जियो टैगिंग करायें। साथ ही कहा जो पौधे मृत हो गए हैं उनके स्थान पर दूसरा पौधा लगाया जाये। बैठक के दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अयोध्या के क्षेत्रीय अधिकारी से कहा कि जनपद में प्रदूषण नियंत्रण के लिए बिना अनुमति के किसी भी ईंट भठ्ठे को संचालित ना होने दिया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि जनपद में औद्योगिक, व्यापारिक एवं अन्य संस्थानों द्वारा बिना अनुमति प्राप्त किये भूगर्भ जल का दोहन करने वाले प्रतिष्ठानों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। स्थानीय निकाय से जनित नागरिक ठोस अपशिष्ट के अंतिम निस्तारण, अस्पतालों से उत्पन्न होने वाले बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण करने, सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट, परियोजना निदेशक, जिला विकास अधिकारी सहित सभी संबंधित अधिकारी का उपस्थित रहे।