अवध धाम में एक क्षण निवास से मुक्ति का द्वार खुल जाता – श्री धराचार्य जी महाराज

बदलता स्वरूप अयोध्या l प्रतिष्ठित पीठ श्री अशर्फी भवन में अलीपुरद्वार पश्चिम बंगाल से पधारे हुए बजाज परिवार द्वारा आयोजित सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा से हुआ व्यास पीठ पर विराजमान अनंत श्री विभूषित जगतगुरु स्वामी श्री श्री धराचार्य जी महाराज में श्री अवध धाम का महत्व बताते हुए कहा सप्तपूरियों में प्रतिष्ठित श्री अवध धाम में एक क्षण निवास से मुक्ति का द्वार खुल जाता है मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र प्रभु की जन्मभूमि श्री अवध धाम सप्त पुरिमें प्रतिष्ठित प्रथम पुरी है यज्ञ आदि से जो पुण्य प्राप्त होता है वह पुण्य सरयू दर्शन मात्र से हम जीवो को प्राप्त हो जाता है श्रीमद् भागवत महात्म की कथा सुनाते हुए कहा सदगुरु और संतों की कृपा जब जीव पर हो जाती है तो निश्चित ही परमपिता परमात्मा की प्राप्ति होती है देवर्षि नारद जी ने श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से ज्ञान वैराग्य की मूर्छा अवस्था दूर की भागवत के प्रथम श्रोता राजेंद्र परीक्षित के जन्म की कथा का श्रवण क रातें हुए कहा शरणागत रक्षक है प्रभु परीक्षित मां उत्तरा के गर्भस्थ शिशु की रक्षा भगवान ने की परीक्षित जन्म से ही प्रभु भक्ति मैं लगे हुए थे परीक्षित के राज्य में सभी स्वस्थ प्रसन्नचित होकर प्रभु भक्ति में लीन रहते थे कली के बढ़ते प्रभाव प्रभाव से अज्ञानता बस महाराज परीक्षित से ऋषि का अपमान हो गया ऋषि श्राप से मुक्ति पाने हेतु परीक्षित जी ने विद्वानों के समीप जाकर अपने इस पाप को काटने का उपाय पूछा सुखदेव जी स्वयं उपस्थित होकर राजेंद्र परीक्षित को श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कराते हैं श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करके राजेंद्र परीक्षित का उद्धार हुआ भक्त वांछा कल्पतरु है प्रभु अपने भक्तों की रक्षा हेतु राक्षसों के संघार एवं धर्म के स्थापना के लिए प्रभु अवतार लेते हैं 5 वर्ष के अबोध बालक ध्रुव मां सुरुचि से अपमानित होकर वन में गए देव ऋषि नारद से नवधा भक्ति का ज्ञान प्राप्त किया तपस्या कि ध्रुव की भक्ति से प्रसन्न होकर प्रभु अबोध बालक ध्रुव को दर्शन देने पधारते हैं भक्त ध्रुव के जैसी अविरल भक्ति यदि भक्तों के अंदर व्याप्त हो जाए तो इस घोर कलयुग में सतयुग का वास हो जाएगा कलयुग में मुक्ति पाने के लिए श्रीमद् भागवत कथा एवं भगवत भक्ति ही उत्तम साधन है कथा के मुख्य यजमान जेठमल जी बजाज एवं सभी भक्तजन कथा का श्रवण करके आनंदित हो रहे हैं कथा का समय 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक है भगवत रसिक भक्तजन कथा में पधार कर अपने जीवन को धन्य करें।