बदलता स्वरूप बलरामपुर। रामलीला हमें मर्यादित जीवन जीने की सीख देती है। रामलीला का मंचन हमारे समाज की प्राचीन परंपरा है। इसे कायम रखने की जरूरत है। जो भी लोग आपसी सहयोग से इस परंपरा को जीवंत रखने का काम कर रहे हैं, वे सभी लोग बधाई के पात्र हैं। यह बातें रविवार रात विभिन्न रामलीला स्थलों पर लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद दद्दन मिश्र ने कही।
पूर्व सांसद दद्दन मिश्र ने रविवार रात भगवतीगंज की प्राचीन रामलीला में पहुंचकर शुभारंभ किया। उन्होंने रामलीला के सभी पात्रों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। इसके अलावा उन्होंने बहादुरापुर व हरिहरगंज रामलीला में भी पहुंचे। जहां पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम हमारे समाज के लिए आदर्श हैं। उनके जीवन का एक-एक क्षण सीख देने वाला है। कहा कि एक पुत्र का पिता के प्रति, एक भाई का भाई के प्रति एक सखा का सखा के प्रति और एक पति का पत्नी के प्रति क्या कर्तव्य होता है, इसका जीता जागता उदाहरण मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जीवन है। पूर्व सांसद ने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को श्रीराम के चरित्र से अवगत कराएं। जिससे एक सभ्य समाज का निर्माण हो सके। इसके अलावा पूर्व सांसद श्री मिश्र चौक उत्तर लाइन, गर्ल्स कॉलेज तिराहा, देवी दयाल तिराहा सहित नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के दर्जनो दुर्गा पूजा पंडालों में पहुंचकर मां आदि शक्ति की आरती की। पूर्व सांसद ने श्रद्धालुओं से कहा कि नवरात्रि का पर्व देवी के उपासना का पर्व है। हमारी सरकार भी नारियों को सशक्त बनाने के लिए तमाम तरह के कार्य कर रही है। इस दौरान पूर्व सांसद के साथ गेल्हापुर महंत बृजानंद महाराज, भाजपा जिला महामंत्री वरुण सिंह मोनू, अल्प संख्यक प्रकोष्ठ के सरदार सम्प्रीत सिंह, अमन बंसल, अतुल त्रिपाठी, विनय प्रकाश त्रिपाठी सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे।
