आस्था, श्रद्धा व परंपरा के साथ हुआ मां दुर्गा के प्रतिमाओं का विसर्जन

राप्ती नदी घाट पर देर शाम तक चला प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला

बदलता स्वरूप बलरामपुर। नवरात्रि के बाद मंगलवार को दशमी के दिन पूरे विधि विधान दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। जगह-जगह से निकले जुलूस में शामिल लोग डीजे की धुन पर थिरकते हुए विसर्जन स्थल तक पहुंचे। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नगर से सटे राप्ती नदी के सिसई घाट पर दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। इस दौरान कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन से के लिए सुबह से ही नगर क्षेत्र के विभिन्न पंडालों में स्थित दुर्गा प्रतिमाएं वीर विनय चौक पर पहुंच गई थीं। पंडाल से लोग गाजे बाजे के साथ दुर्गा प्रतिमाओं को लेकर निकले थे। वीर विनय चौक पर केन्द्रीय दुर्गा पूजा समन्वय समिति की ओर से विभिन्न समितियों के लोगों को टोकन दिया जा रहा था, जिसके बाद लोग प्रतिमाओं को विसर्जन स्थल तक ले जा रहे थे। केन्द्रीय दुगा पूजा समन्वय समिति की ओर से स्थानीय वीर विनय चौक पर कार्य क्रम का आयोजन किया गया था। यहां से पूर्व सांसद दद्दन मिश्र, सदर विधायक पल्टूराम, जिलाधिकारी अरविंद सिंह, एसपी केशव कुमार, केन्द्रीय दुर्गा पूजा समिति की अध्यक्षा कुसुम चौहान, महामंत्री अविनाश मिश्र, संस्थाक अध्यक्ष राज कुमार श्रीवास्तव, नपाप चेयरमैन धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू आदि ने हरी झंडी दिखाकर दुर्गा प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए रवाना किया।

इसके पूर्व समिति के पदाधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत सम्मान किया। पूर्व सांसद दद्दन मिश्र ने लोगों को दशहरे की बधाई देते हुए कहा कि बुराई पर अच्छाई के प्रति इस पर्व से सभी को सीख लेने की जरूरत है। देर शाम तक राप्ती नदी के सिसई घाट पर दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन होता रहा। एसपी केशव कुमार ने बताया कि कहीं से विसर्जन के दौरान कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। सकुशल विसर्जन का कार्यक्रम सम्पन्न हो रहा है।