बदलता स्वरूप बलरामपुर। 51 वीं यू पी बटालियन एन सी सी बलरामपुर के तत्वावधान में बनवारी देवी अशोक कुमार स्मारक महाविद्यालय सिरसिया श्रावस्ती में चल रहे आल इंडिया यू पी ट्रैक -1st के छठवें दिन केडेटों ने सुहेलवा वन्य जीव क्षेत्र का भ्रमण कर प्राकृतिक संसाधनों के बारे में जानकारी प्राप्त की। बुधवार को कैम्प कमांडेंट व बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अरविंद प्रताप सिंह पटवाल के निर्देशन में थारू ग्रुप के केडेटों ने सुहेलवा क्षेत्र का भ्रमण किया। नैनीताल, देहरादून व रूड़की ग्रुप के एसोसिएट एन सी सी ऑफिसर, सीएचएम ठग बहादुर व हवलदार लक्ष्मण राणा की अगुवाई में थारू ग्रुप उत्तराखंड निदेशालय के लगभग 102 केडेटों ने बनवारी देवी महाविद्यालय से सुहेलवा वन्य क्षेत्र के लिए प्रस्थान किया। भ्रमण के दौरान वन्य जीव क्षेत्रों के बारे में जानकारी देते हुए कर्नल पटवाल ने केडेटों को अवगत कराया कि इस वन्यप्राणी अभयारण्य में तुलसीपुर, बहरवा, बनकटवा पूर्वी सुहेलवा क्षेत्र, पष्चिमी सुहेलवा क्षेत्र और सम्मलित बफर क्षेत्र में भावर और रामपुर क्षेत्र सम्मलित है। इस प्राकृतिक वनों में विषाल प्राकृतिक वनों में विषाल प्राकृतिक संसाधन एवं जैव विविधता मौजूद है। सुहेलवा वन्यप्राणी अभयारण्य बौद्ध परिपथ एक महत्वपूर्ण केन्द्र श्रावस्ती के पास स्थित है और काफी संख्या में बौद्ध यात्री अभयारण्य की दक्षिणी सीमा पर अवस्थित इस पवित्र स्थल पर आते है। अभयाण्य की एक अन्य विषेषता थारू जनजाति के लोगों का इसमें निवास होता है। मंगोलायड नाक नक्से वाले में लोग काफी पहले से यहाँ रहते है और अपने अस्तित्व तथा आजीवका के लिए पूर्वतया वन क्षेत्र पर निर्भर है।
इन वन क्षेत्रों में प्रमुख रूप से खैर एवं शीषम के पेड़ांे की बहुतायत है। जामुन के भी वृक्ष है जिगना, हलडू, फलढू आदि के पौधें भी अच्छी मात्रा में है। केडेटों ने भ्रमण के दौरान प्राकृतिक संसाधनों के बारे में विधिवत जानकारी प्राप्त की। इसी क्रम में मंगलवार की देर शाम साइबर क्राइम के प्रति केडेटों को जागरूक करने के लिए एक व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें इन्स्पेक्टर भिनगा साइबर क्राइम रामपाल यादव ने केडेटों को साइबर क्राइम के बारे में विस्तृत जानकारी दी।