डीएम नेहा शर्मा की पहल पर जनपद के पहले लीगेसी वेस्ट ट्रिटमेंट प्लांट की हुई शुरुआत
नगर पालिका क्षेत्र गोंडा के लोगों को मिलेगी बड़ी राहत, प्रतिदिन 1000 टन कूड़े का हो सकेगा निस्तारण
गीले कूड़े से खाद, सूखे कूड़े से प्लास्टिक, लोहा होगा रिसाइकिल
बदलता स्वरूप गोंडा। शहरवासियों को जल्द ही प्रदूषण और गंदगी के ढेर से निजात मिलने वाली है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की पहल पर जनपद के पहले लीगेसी वेस्ट ट्रिटमेंट प्लांट की शुरुआत हो गई है। यहां अब नगर पालिका क्षेत्र गोंडा से इकट्ठा होने वाले कूड़ा का निस्तारण सुनिश्चित किया जा सकेगा। घरों, दुकानों, बाजारों आदि से निकलने वाले गीला या जैविक कूड़े से खाद तैयार की जाएगी। वहीं, लोहा, प्लास्टिक जैसे सूखे कूड़े को अलग-अलग कर इंडस्ट्रीज को भेजा जाएगा। यहां, इसे रिसाइकिल किया जाएगा। हर रोज 75 टन तक कूड़ा नगर पालिका परिषद गोंडा के क्षेत्र में प्रतिदिन 65 से 75 टन कूड़ा निकलता है। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि अभी तक पूरे शहर से निकलने वाला कूड़ा कचरा के झंझरी के पूरे शिवा बख्तावर क्षेत्र में डाला जा रहा है। लेकिन कूड़े कचरे का निस्तारण नहीं होने से यहां पर कचरे के ढेर लग गए हैं। वर्तमान में झंझरी के पूरे शिवा बख्तावर क्षेत्र में करीब 60 हजार टन कूड़ा मौजूद है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा कूड़े के निस्तारण के प्रकरण को बेहद गंभीरता से लिया गया। उनके प्रयासों से प्लांट की शुरुआत हो सकी है। उन्होंने बताया कि इस प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 1000 टन कूड़ा निस्तारण की है।
कूड़ा यहां वहां न फेंके अधिशासी अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि नगर पालिका के स्तर पर कूड़े के समूचित निस्तारण की व्यवस्था की गई है लेकिन शहरवासियों के पूर्ण सहयोग के बिना यह संभव नहीं हो पाएगा। उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि वह अपने घरों से निकलने वाले कूड़े को यहां वहां न फेंके। घरों में सूखे और गीले कूड़े को अलग-अलग इकट्ठा करें। उन्होंने बताया कि नगर पालिका परिषद गोंडा द्वारा कूड़े के इधर-उधर फेंकने या गंदगी फैलाने पर जुर्माने की भी व्यवस्था की गई है।