स्वामित्व योजना में लापरवाही बरतने के चलते प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान की गई
सात दिन में मानचित्रों का स्थलीय पड़ताल कर राजस्व परिषद में जमा कराने के निर्देश
बदलता स्वरूप गोंडा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने मुख्यमंत्री की जनकल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत स्वामित्व योजना संबंधी कार्यों में लापरवाही बरतने के चलते जनपद के 10 लेखपालों के खिलाफ कार्यवाही के आदेश जारी कर दिए गए हैं। संबंधित उपजिलाधिकारी को सभी लेखपालों को कठोर प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान करने के लिए निर्देशित किया गया है। साथ ही, स्वामित्व योजना से संबंधित कार्यों को एक सप्ताह में पूर्ण कराकर राजस्व परिषद में जमा कराना होगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री जी द्वारा चलाये जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं के अन्तर्गत स्वामित्व योजना संबंधी कार्य शीर्ष प्राथमिकताओं में है। भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा ड्रोन सर्वे का कार्य पूर्ण किये जाने के उपरान्त स्थलीय पड़ताल के लिए मानचित्रों को उपलब्ध कराया गया था। मानचित्रों को निदेशालय को वापस करना था।
जनपद में इन 10 लेखपालों द्वारा अभी तक पड़ताल के उपरांत मानचित्रों को वापस नहीं किया गया है। जिलाधिकारी की ओर से जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि लेखपालों द्वारा की जा रहा यह लापरवाही शासन/राजस्व परिषद द्वारा दिए गए निर्देशों एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवेहलना का द्योतक है। इसलिए सभी के खिलाफ कठोर प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान करने के साथ ही इस कार्य को एक सप्ताह में पूरा करके उक्त मानचित्रों को राजस्व परिषद में जमा कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इनके खिलाफ की गई है कार्यवाही। जिस लेखपाल द्वारा मानचित्र जमा नहीं किया गया।
- राम बहादुर यादव इटियाथोक
- संजय कुमार पाण्डेय धुताही गनेशपुर
- बृजेश कुमार श्रीवास्तव पूरे धन्नी
- बृजेश कुमार मिश्र कल्यानजोत
- रमेश चन्द्र श्रीवास्तव करंगा
- रजवन्त कुमार कुरसहा
- अर्जुन सिंह भदवां सोमवंशी
- मो. नदीम समदा
- मनोज कुमार रैगांव
- संतोष कुमार शर्मा पंडरी शंकर