मां ने बताया गन्ने के खेत के पास कोई जानवर उठा ले गया
बदलता स्वरूप बलरामपुर। जिले का तकरीबन 450 वर्ग किलोमीटर का इलाका सोहेलवा वन्य जीव अभ्यारण के अंतर्गत आता है। यहां से सटे गांवों व बाजारों में लगातार तेंदुआ अन्य जंगली जानवरों के हमले होते रहते हैं। आज उसी का खामियाजा एक 3 साल की बच्ची को भुगतना पड़ा। बताया जाता है कि उसकी मां नित्य कर्म के लिए एक पुल के नजदीक गन्ने के खेत के पास गई हुई थी। जहां पर वह अपनी बच्ची के साथ गई हुई थी। जब मां अपने नित्य कर्म को कर रही थी तभी उसका कुछ पल के ध्यान भटका और बच्ची गन्ने के खेत की तरफ जाते हुए खेलने लगी और इस बीच किसी आदमखोर जानवर ने बच्ची पर हमला कर दिया। वह बच्ची को उठाकर ले गया। मां के शोर मचाने पर पहले ग्रामीणों ने बच्ची को खोजने का प्रयास किया फिर उन लोगों पुलिस व वन विभाग को सूचना दी। इस पर मौके पर वन विभाग और पुलिस विभाग की टीम पहुंची। काफी छानबीन करने के बाद भी अभी भी बच्ची का कुछ आता पता नहीं चल सका है। बच्ची के लापता होने के बाद से ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. परिजन लगातार बच्ची को खोजने का प्रयास गांव वालों के साथ मिलकर कर रहे हैं. मामला बलरामपुर जिले के तुलसीपुर थाना क्षेत्र और बनकटवा रेंज के अंतर्गत आने वाले ग्राम लाल नगर सिपहिया से जुड़ा हुआ है। यहां पर नित्य कर्म के गयी मां बेटी पर एक आदमखोर जानवर ने हमला कर दिया। बताया जाता है कि दलित समाज से आने वाले अजय कुमार और सुशीला की तीन वर्षीय बेटी रूपा अपनी मां के साथ नित्य कर्म के लिए एक गन्ने के खेत के बाद गयी हुई थी।
उसी बीच पहले से ही घात लगाए कोई आदमखोर जानवर आया जिसने रूपा पर हमला कर दिया और उसे उठाकर जंगल की तरफ ले गया है। रूपा की मां सुशीला के अनुसार, वह जानवर तेंदुआ या कोई अन्य बड़ा जानवर हो सकता है। मौके पर पहुंची वन विभाग व पुलिस विभाग की टीम ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इसके साथ ही वन विभाग के अधिकारियों ने पीड़ित परिजनों को मदद का भरोसा दिया है। गांव वालों में पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों व कर्मियों के साथ मिलकर बच्ची को खूब खोजा लेकर, अबोध बच्ची का अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है।