बदलता स्वरूप गोंडा। जनपद गोण्डा में साइबर फ्रॉड की रोकथाम के संबंध में कार्यवाही करने हेतु पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम एवं अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज के मार्गदर्शन में जनपदीय साइबर सेल एवं थानों पर स्थापित साइबर हेल्प डेस्क द्वारा विगत 03 माह में 141 पीड़ितों से फ्रॉड की गयी धनराशि को सम्बंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित करते हुए ठगी गयी धनराशि रु 2388970/- (तेईस लाख अट्ठासी हजार नौ सौ सत्तर रु) वापस/होल्ड पीड़ितों के खातों में वापस करवाया गया। आवेदक केशवराम यादव द्वारा धोखे से गलत खाते मे 40,000/-रू0 को ट्रांसफर हो जाने, आवेदक बलबीर से टूरिज्म पैंकिग के नाम पर बुकिंग करने पर 20,000/- रूपयों की धोखाधड़ी हो जाने, आवेदक रीतेश द्वारा गलत खाते में 70,000/- रू0 ट्रांसफर कर देने, आवेदक दिनेश सिंह द्वारा बीज खरीदने हेतु गलत खाते मे रूपये 50000.00 ट्रांसफर कर देने, आवेदक राधेश्याम द्वारा अज्ञात लिंक पर क्लिक कर दिया गया था जिससे उनके खाते से 50,000 कट जाने के सम्बन्ध में, आवेदक रोहित तिवारी से साइबर फ्राड गिरोह द्वारा पेटीएम कस्टमर केयर अधिकारी बनकर 11499.00 रूपयो की ठगी हो जाने के सम्बन्ध में, आवेदक सूरज शर्मा द्वारा पेटीएम के माध्यम से 19800.00 अनाधिकृत निकासी हो जाने, आवेदक अम्ब्रीश पाण्डेय द्वारा गलत खाते मे 10000.00 रूपयों ट्रांसफर कर देने, आवेदिका पूजा जायसवाल से आईएमपीएस के माध्यम से उनके खाते से 20000.00 निकासी हो जाने, आवेदक बबलू तिवारी से पेटीएम पर रिफण्ड के नाम पर 3086.00 रूपयों की ठगी हो जाने, आवेदक आयुष वर्धन से पेटीएम पर रिफण्ड के नाम पर 2,000 रूपयों की ठगी हो जाने, आवेदक रामगोपाल मौर्या से गूगल पर हेल्प लाइन नम्बर गूगल सर्च करने साइबर फ्राड गिरोह द्वारा उनके खाते से 79030.00 रूपयों निकाल लेने, आवेदक शिवम सिंह से बैंक वालेट से रिमोट एक्सेस ऐप इन्स्टाल करवाकर 8847.00 रूपयों की ठगी हो जाने, आवेदक प्रभुदयाल से यूपीआई से रिफण्ड के नाम पर 3900 रूपयों की ठगी हो जाने, आवेदक वीरेंदर प्रताप सिंह से सरकारी योजना के लाभ के नाम पर 3500 रूपयों की ठगी हो जाने, आवेदक प्रशांत तिवारी से पैसो का प्रलोभन देकर 12,500 रूपयों की ठगी हो जाने, आवेदक गौरव सिंह द्वारा गलत खाते में 37727.00 रूपया ट्रासंफर कर देने, अभियुक्त अनिल पाण्डेय ने ओटीपी शेयर कर दिया था जिससे 9000.00 रूपए कट जाने, आवेदक पवन तिवारी से डेबिट कार्ड के माध्यम से 36000/- रुपए फ्रॉड हो जाने, आवेदक दिग्गज पाण्डेय ने ओटीपी शेयर कर दी थी जिससे उनके क्रेडिट कार्ड से 99999.00 रूपये कट जाने, आवेदक विशेष कुमार सिंह ने गलती से 21,000 रूपए गलत खाते मे ट्रांसफर कर देने, आवेदक प्रकाश चन्द्र द्वारा ओटीपी बताने पर उनके क्रेडिट कार्ड से रू0 13313.00 की निकासी हो जाने, आवेदक मृत्यूजय कुमार ने फ्राड कॉल पर ओटीपी शेयर करने से 28,999 रूपयों की निकासी हो जाने, आवेदक आसाराम निवासी धानेपुर के 9000.00 रु गलत खाते में ट्रांसफर हो जाने, लाल मणि निवासी नवाबगंज के 3000 फ्रॉड कॉल कर ट्रांसफर हो जाने और अंकित मिश्र निवासी को० देहात द्वारा फ्रॉड खाते में 10000/-रु ट्रांसफर होने के सम्बन्ध में साइबर सेल/हेल्पडेस्क पर प्रार्थना पत्र दिया गया था। जिस पर साइबर सेल एवं थानों पर स्थापित साइबर हेल्प डेस्क द्वारा साइबर सेल गोण्डा के सहयोग से सम्बंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित कर कार्यवाही करते हुए धनराशि रु 2388970/- (तेईस लाख अट्ठासी हजार नौ सौ सत्तर रु) पीड़ितों के खातों में वापस करवाया गया। अपने रूपये वापस पाकर पीड़ितों द्वारा प्रसन्नता जाहिर करते हुए पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।सराहनीय कार्य करने वाली टीम में साइबर सेल से प्रभारी उप नि० शादाब आलम, साइबर क्राइम ऑफिसर हरि ओम टण्डन, मनीष कुशवाहा, राजेन्द्र कुमार एवं थानो की हेल्प डेस्क पर नियुक्त कर्मचारी शामिल रहे। पुलिस अधीक्षक गोण्डा ने बताया कि साइबर ठगों से सावधान रहने की जरुरत है। एटीएम बूथ के अन्दर पैसा निकालते समय पिन हमेशा अपनी हथेली से छिपाकर डालें। जब भी पैसा निकालने जाये किसी अन्जान व्यक्ति को बूथ के अन्दर न प्रवेश करने दे । एटीएम वहाँ प्रयोग करे जहाँ गार्ड मौजूद हो । कार्ड स्वैप मशीन का प्रयोग स्वयं करें । किसी अन्य व्यक्ति को स्वैप करने के लिए न दे। शापिंग मॉल, होटल, पेट्रोल पम्प पर इस्तेमाल करते समय छिपे कैमरे का विशेष ध्यान रखें। स्वैप मशीन के अलावा किसी अन्य डिवाइस पर कार्ड स्वैप न करें। किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना अंगूठा किसी भी फार्म पर लगाकर मत दें । ग्राहक सेवा केन्द्र पर आधार पेमेन्ट के माध्यम से पैसा निकालते समय अपने अंगूठे का इस्तेमाल सावधानी पूर्वक करें । आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, नयी सिम लेने के लिए कई बार फिंगर स्कैन न करें। मोबाईल फोन पर अज्ञात यूपीआई लिंक कदापि ओपन न करें। किसी के कहने पर कोई भी लिंक या मैसेज किसी अन्य मोबाईल नम्बर पर फारवर्ड न करे। अपना यूपीआई पिन किसी अनजान यूपीआई लिंक पर न डाले। यूपीआई(गूगल पे. फोन-पे या पेटीएम) पिन का प्रयोग करने से एवं QR कोड स्कैन करने से पैसे आपके ही खाते से कटते हैं। किसी से पैसा लेने के लिए कभी पिन की आवश्यकता नहीं होती। किसी फोन कॉल पर किसी के कहने से अपना पिन डालकर बैलेंस न चेक करें। कस्टमर केयर नं० गूगल से सर्च न करें। बोनस प्वाइंट, रिवार्ड प्वाइंट, कैशबैक, KBC आदि लुभावने ऑफर के लालच में अपने बैंक डिटेल फोन पर शेयर न करें । अपने फोन पर आये ओ०टी०पी० को किसी से साझा न करें । किसी प्रकार का एप्स जैसे टीमविवर, ऐनी डेक्स आदि किसी के कहने पर मोबाइल में इनस्टॉल न करें।
सस्ते एवं आसान लोन के लालच में प्ले स्टोर से कोई भी लोन एप डाउन न करें, क्योकि ये एप आसानी से लोन देकर आपके फ़ोन का निजी डेटा(Contact, gallery) ले कर आपको अत्यधिक ब्याज चुकाने के लिए आपके रिश्तदारों एवं मित्रों को परेशान करते है। लोन हमेशा अधिकृत बैंक से ही ले। अनाधिकृत लोन एप से बचें। सेना के जवान बनकर सामान बेचने वाले व्यक्ति का वेरीफिकेसन जरुर करें, डिलीवरी मिलने से पहले कोई भी पेमेंट न करे। सस्ते के लालच में किसी खाते में एडवांस पेमेंट न करें। सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपनी व्यक्तिगत सूचनाओं को कम से कम साझा करें। अपना पासवर्ड किसी भी व्यक्ति से शेयर कदापि न करें। सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर 2 स्टेप वेरिफिकेशन आन रखें। अपने मोबाइल नंबर, मेल एवं मित्रों की सूची छिपा कर रखें। प्रोफाइल लॉक रखें। किसी अन्य मोबाईल या डेस्कटाप पर अपनी सोशल मीडिया आईडी ओपन करने से बचें, सोशल मीडिया पर किसी भी आपत्तिजनक भड़काउ झूठी सूचनाओं को पोस्ट, लाईक, कमेन्ट, शेयर करने से बचे।
अनजान लोगो का सोशल मीडिया पर फ्रेन्ड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से बचे। अनजान महिला से चैट न करें न ही अपना whatsapp नंबर शेयर करें। वित्तीय साइबर अपराध का शिकार होने पर तत्काल साइबर हेल्प लाइन नम्बर 1930 या 112 पर दे एवं नजदीकी पुलिस स्टेशन पर स्थापित साइबर हेल्प डेस्क को तत्काल रिपोर्ट करें, अन्य साइबर अपराध की रिपोर्ट वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/ पर अथवा UPCOP एप के माध्यम से भी की जा सकती है।