मां के अंतकाल के बाद ढाई महीने से वरासत के लिए भटक रहा था भुलईडीह का सलीम शेख
बदलता स्वरूप गोंडा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के हस्तक्षेप के बाद भुलईडीह के सलीम शेख को उसका हक मिल ही गया। वह पिछले ढ़ाई महीने से वरासत के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा था। सलीम ने वाट्सएप पर जिलाधिकारी को अपनी समस्या के अवगत कराया। डीएम ने इसका संज्ञान लिया और उनके हस्तक्षेप का नतीजा है कि सलीम की समस्या का निस्तारण सुनिश्चित किया गया है। सलीम ने रविवार को एक वीडियो जारी कर डीएम को धन्यवाद भी दिया है। जनपद के भुलईडीह निवासी सलीम ने बताया कि उन्होंने माता जी के इंतकाल के बाद 29 अगस्त 2023 को वरासत के लिए आवेदन किया गया था। राजस्व विभाग ने बिना किसी जांच प्रक्रिया के डेढ़ महीने बाद उसे निरस्त कर दिया। सलीम बताते हैं कि उन्होंने 18 अक्टूबर को दोबारा आवेदन किया। लेकिन, इस बार आवेदन की प्रति जिलाधिकारी को अग्रेसित कर दी। सलीम की मानें तो, जिलाधिकारी द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया। उसके दूसरे ही दिन राजस्व से संबंधित कुछ अधिकारी घर आए। उन्होंने जांच पड़ताल की। कई लोगों से पूछताछ की और वरासत की रिपोर्ट लगा दी गई। सलीम ने बताया कि जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के कारण उन्हें अपना हक मिल सका है।