बिना जानकारी के पूर्व अध्यक्ष महंत धर्मदास ने विश्वानन्द को विश्व गुरु बनाने का रच रहे कुचक्र
बदलता स्वरूप अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या में स्थित सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी मंदिर परिसर में अखिल भारतीय श्री पंच निर्माणी अनी अखाड़ा के वर्तमान अध्यक्ष व महंत मुरली दास के आवास पर संत महंतों नागा साधुओं की उपस्थिति में प्रेस वार्ता आयोजित की गई। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मुरलीधर दास ने कहा कि अखिल भारतीय श्री पंचनिर्वाणी अनी अखाड़ा के पूर्व महंत धर्मदास की मनमानी तरीके से बिना किसी जानकारी एवं आम राय के एक बाहरी संत को 24 नवंबर को वृंदावन में विश्व गुरु बनाने का कुचक्र रच रहें हैं।एवं उपाधि देने का विरोध किया गया है। साथ ही अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा के वर्तमान महंत व अध्यक्ष महंत मुरलीधर दास ने कहा कि 2022 में धर्मदास का कार्यकाल पूरा होने के पश्चात सभी अखाड़ों एवं पंचों की स्वेक्षा से अखिल भारतीय श्री पंच निर्माणी अनी अखाड़ा के अध्यक्ष पद पर हमें नियुक्त किया गया था। तभी से महंत मुरली दास कार्यभार देख रहे हैं। परंतु किसी अखाड़े व पट्टी के बिना जानकारी के पूर्व अध्यक्ष महंत धर्मदास ने विदेश में रहने वाले विश्वानन्द को विश्व गुरु बनाने का कुचक्र रच रहे हैं। मामला प्रकाश में आते ही अयोध्या के संत महंत एवं नागा साधुओं में रोष व्याप्त हैं । महंत मुरली दास ने आगे बताया कि ।भारतीय संस्कृति व सनातन धर्म पर कुठाराघात की साज़िश रची जा रही है।हम भारतवासियों पर पश्चात संस्कृति एवं विदेशी संस्कृति ठोकने की साजिश रची जा रही है।महंत धर्मदास द्वारा लिए गए निर्णय से संतो महंतों का विरोध जारी है।और आगे भी जारी रहेगा।महंत मुरली दास ने बताया कि जिस संबंध में सभी अखाड़ों एवं पट्टियों के नागा साधुओं की एक बैठक जल्द बुलाई जाएगी जिसमें बड़ा निर्णय लिया जाएगा।