बदलता स्वरूप गोंडा। श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा सेवा समिति की बैठक किसान बालिका इंटर कॉलेज नगर पंचायत तरबगंज में आयोजित गई। जिसमें सात सदस्यीय समिति का चयन किया गया। अयोध्या धाम में 22 जनवरी प्रभु श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हर तरफ हर्षोल्लाह का माहौल बना हुआ है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम भव्य सुंदर बनाने के लिए जन जागरण के माध्यम से लोगों में नई संचार भरा जा रहा है। नगर पंचायत तरबगंज के किसान बालिका इंटर कॉलेज में स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद तथा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की एक सामूहिक बैठक हुई। जिसमें मंदिर उत्सव को लेकर आमंत्रण दल भेजने को लेकर विकासखंड स्तर पर 7 सदस्य समिति का चैन किया गया। जिसमें भाजपा जिला कार्य समिति सदस्य घनश्याम जायसवाल विश्व हिंदू परिषद से गोपाल सिंह, प्राण शंकर तिवारी, मनोज कुमार शुक्ला, लाल जी सिंह प्रधान, राम बहादुर व वैभव जी आदि पदाधिकारी का चयन किया गया। आरएसएस के पदाधिकारी जितेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि सात सदस्यीय संचालन समिति विकासखंड तरबगंज के सभी न्याय पंचायत में बैठक कर न्याय पंचायत स्तर पर समिति का गठन किया जाएगा। इसके उपरांत न्याय पंचायत की समिति प्रत्येक ग्राम पंचायत में श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा सेवा समिति का चयन करेगी। सभी समितियां के माध्यम से विकासखंड के प्रत्येक ग्राम पंचायत तथा प्रत्येक मजरों में 1 जनवरी से लेकर 20 जनवरी तक आमंत्रण पत्र अक्षत का वितरण किया जाएगा। घनश्याम जायसवाल के अध्यक्षता में नगर पंचायत तरबगंज में श्री रामजन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा सेवा समिति की बैठक संपन्न हुआ। न्याय पंचायत चन्दीपुर की बैठक ग्राम पंचायत रानीपुर में आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता मनोज कुमार शुक्ला ने की। यहां पर जिला पंचायत सदस्य विनोद कुमार पांडे सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
घनश्याम जायसवाल ने बताया कि न्याय पंचायत वार बैठक संपन्न होने के बाद 5 दिसंबर से लेकर 15 दिसंबर के बीच में ग्राम पंचायत स्तर की सभी बैठकें पूरी कर ली जाएगी। प्रत्येक ग्राम पंचायतो में सात सदस्यीय श्री राम जन्मभूमि प्रणाम प्रतिष्ठा सेवा समिति गठन कर लिया जाएगा। उसके उपरांत 1 जनवरी से अक्षत वितरण कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ शुरू होगा। 22 जनवरी के दिन प्रत्येक ग्राम पंचायत में जहां पर मंदिर है वहां पर यह टीम जनता जनार्दन के साथ मिलकर रामचरितमानस श्री सीताराम नाम संकीर्तन का आयोजन करेगी। सभी मंदिरों पर दीप उत्सव के कार्यक्रम भी मनाए जाएंगे।