लेखपाल ने डीएम को सौंपीं झूठी रिपोर्ट, ग्रामीण नाराज

बदलता स्वरूप मनकापुर, गोंडा। बच्चों के प्लेग्राउंड पर शनिरूपी लेखपाल की पड़ी कुदृष्टि। लेखपाल ने जिलाधिकारी गोण्डा को लिखित रुप से दिया झूठा रिपोर्ट।
आपको बतातें चले ग्राम सभा महादेव तरबगंज गोंडा के लेखपाल ने जिलाधिकारी से झूठ बोलकर दिया लिखित रुप से झूठा रिपोर्ट। बताया गाटा संख्या 811 जो नवीन परती है उस पर लग रहा है पानी का टंकी, मिटिरियल गिर गया है और काम शुरू हो गया है। जबकि मौके पर बच्चे गाटा संख्या 811 पर जो लगभग 9 बीघा जमीन है, बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे वहां पर कोई भी बिल्डिंग मैटेरियल नहीं गिरा और न ही कोई काम चल रहा था। अब लेखपाल ने डी एम गोण्डा से झूठ क्यों बोला झूठा रिपोर्ट क्यों लगाया यह गहन चिंतन का बिषय है। लेखपाल को इतना बड़ा झूठ बोलने की क्या जरूरत थी उससे लेखपाल को क्या लाभ है अधिकारीगण ही बता सकतें हैं। आपको बतातें चले गाटा संख्या 811 लगभग 9 बीघा नवीन परती जमीन है उसी के ठीक बगल में गाटा संख्या 808 नवीनपर्ती जो लगभग 3.30 बीघा जमीन खाली पड़ा हुआ है ग्रामीण चाहते हैं कि गाटा संख्या 808 में पानी का टंकी लगा दिया जाय। गाटा संख्या 811 नवीन प्रति को ग्रामीण के बच्चों के लिए प्लेग्राउंड खेल का मैदान के रूप में दे दिया जाए। आपको बताते चलें वहीं पर संख्या 811 के बगल में गाटा संख्या 808 है जो लगभग तीन बीघा जमीन है वह भी नवीन परती है उसको जल जीवन मिशन के अंतर्गत टंकी लगाने के लिए दे दिया जाए। इसके बाबत में गांव वालों ने और प्रधान ने प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी गोंडा को दिया और ग्रामीणों ने अधिकारीगण से जानकारी प्राप्त किया तो यह बात सामने आया अगर ग्राम सभा में जमीन पर्याप्त मात्रा में है, तो ग्रामीणो के सुविधा को देखते हुए स्थानांतरण किया जा सकता है। लेकिन वहीं पर ग्राम सभा महादेव के लेखपाल ने जिलाधिकारी को लिखित रूप में बता दिया की गाटा संख्या 811 में मटेरियल गिर गया है और पानी का टंकी लगाने का काम शुरू हो गया है जबकि मौके पर जाकर देखा गया तो गांव में पाईप बिछाया जा रहा है। लेकिन नवीन परती गाटा संख्या 811 मे किसी भी प्रकार का कोई कार्य नही चल रहा है। लेखपाल के इस झूठा रिपोर्ट से ग्रामवासी हताहत है और सोचने पर मजबूर है कि ऐसी अवस्था मे ग्रामीणों के साथ कुछ भी हो सकता है, लेखपाल के ऐसे कृत से ग्रामीणों को कर्मचारी व अधिकारी पर से विश्वास उठ जायेगा। ग्रामीणों ने बताया कि इस जमीन पर बच्चे लगभग 10 वर्षों से खेलकूद प्रतियोगिता करते आयें हैं। यहां पर जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता हो चुकी है और बच्चे यहां पर स्पोर्ट में जाने के लिए तैयारी करते हैं। इसलिए यह जमीन ग्रामीण बच्चों के लिए खेल के लिए दे दिया जाए। वहीं पर उसके बगल में गाटा संख्या 808 नवीन प्रति जो लगभग तीन बीघा है उसे पानी के टंकी के लिए दे दिया जाए।