जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं से सुना गिनती-पहाड़ा, सही जवाब देने पर थप थपायी पीठ

बदलता स्वरूप श्रावस्ती। जिलाधिकारी कृतिका शर्मा ने विकास खण्ड हरिहरपुररानी के अन्तर्गत संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय खजुहा का आकस्मिक निरीक्षण कर जायजा लिया। इस दौरान जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय में अध्यापकों की उपस्थिति एवं नामांकन के सापेक्ष छात्र-छात्राओं की उपस्थिति की जांच कर प्रधानाध्यापक को निर्देश दिया कि पंजीकृत छात्र-छात्राओं की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करायें। इस दौरान जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं से ठंडी से बचाव हेतु नियमित रूप से स्वेटर एवं गर्म कपड़े पहनकर विद्यालय आने के लिए कहा। वहीं पर उपस्थित अध्यापक/अध्यापिकाओं को भी जिलाधिकारी ने बच्चों को यूनिफार्म एवं गर्म कपड़े/स्वेटर आदि पहनकर आने के लिए प्रतिदिन ध्यान दिलाने हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं को दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता की भी जांच किया। उन्होने छात्र-छात्राओं से गिनती, पहाड़ा भी सुना तथा सही उत्तर देने पर जिलाधिकारी ने उनकी पीठ भी थप-थपायी और मन लगाकर पढ़ाई करके अपने मुकाम को हासिल करने हेतु प्रेरित भी किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने मध्यान्ह भोजन की भी जानकारी ली। उन्होने कहा कि सरकार परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को स्वस्थ्य रखने के लिए गुणवत्तायुक्त मीनू के अनुसार भोजन मुहैया कराया जा रहा है। इसलिए परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं ग्राम प्रधान आपस में सामन्जस्य बनाकर बच्चों को प्रत्येक दशा में मीनू के अनुसार मध्यान्ह भोजन मुहैया कराये। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने विद्यालय परिसर में किचन, पेयजल, साफ-सफाई, शौचालय आदि व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण कर जायजा लिया और सभी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त करने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने कहा कि अध्यापन कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं की जायेगी। इसलिए सभी गुरूजनों का कर्तव्य है कि वे अपने दायित्वों को बाखूबी निभावें और नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से शिक्षित कर उनके भाग्य हो संवारे और अभिभावकों के विश्वास पर खरे उतरें। साथ ही जिलाधिकारी ने समस्त अभिभावकों से अपील किया है कि अपने बच्चों को विद्यालय प्रतिदिन भेजे, ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल बन सके। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार सभी बच्चों के अभिभावक की भूमिका निभा कर उन्हे निःशुल्क पाठ्य पुस्तक, निःशुल्क जूता-मोजा, स्कूल बैग एवं मध्यान्ह भोजन मुहैया करा रही है, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा के उजियारे से वंचित न रहने पावे। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यापक, अध्यापिकाएं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।