जिला कारागार में लगा साक्षरता शिविर एवं किया गया निरीक्षण

बदलता स्वरूप गोंडा। जनपद न्यायाधीश गोण्डा प्रमोद कुमार श्रीवास्तव-।। के निर्देश पर आज जिला कारागार गोण्डा में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन एवं कारागार का निरीक्षण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा के सचिव नितिन श्रीवास्तव, अपर जिला जज/एफटीसी द्वारा किया गया। उक्त साक्षरता शिविर के दौरान जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार सिंह द्वारा सचिव को अवगत कराया गया कि आज की तिथि में कुल 967 बन्दी कारागार में निरूद्ध हैं, जिसमें से सिद्धदोष बन्दी 193 विचाराधीन बन्दी 759 तथा अस्पताल में कुल 14 बन्दी भर्ती थे, जिनमें से सिद्धदोष बन्दी 02 व विचाराधीन बन्दी 12 हैं तथा 01 एन0एस0ए0 बन्दी है। सचिव द्वारा कारागार अधीक्षक को आदेशित किया गया कि कारागार के सभी बन्दियों को ठण्ड से बचने के लिये पर्याप्त मात्रा में कम्बल उपलब्ध करायें। इसके अतिरिक्त महिला बैरकों में रह रहे बच्चों के लिये शीतकालीन वस्त्र एवं विस्तर उपलब्ध करायें। विधिक साक्षरता शिविर के दौरान सचिव द्वारा कारागार में निरूद्ध विचाराधीन बन्दियों को बताया गया कि जिन विचाराधीन बन्दियों की जमानत आज से पूर्व हो चुकी है किन्तु जमानत बन्ध पत्र दाखिल न होने के कारण उनकी रिहाई अभी तक नही हुई है, वह अतिशीघ्र न्यायालय में जमानत बन्ध पत्र दाखिल करावें तथा जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नही है, वे इस सन्दर्भ में कारागार में नियुक्त पीएलवी अथवा जेल के पैनल अधिवक्ता के माध्यम से एक प्रार्थना पत्र सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गोण्डा के नाम प्रेषित करावें। तत्पश्चात उनके रिहाई के सम्बन्ध में नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जायेगी। इस शिविर के दौरान सचिव द्वारा विगत साक्षरता शिविर के पश्चात जिला कारागार में आये नये बन्दियों से भी मुलाकात की गयी तथा उनसे कहा गया कि वे अपने प्रकरणों की पैरवी अधिवक्ता के माध्यम से करायें, यदि कोई बन्दी आर्थिक विपन्नता के कारण अधिवक्ता नियुक्त करने में असमर्थ है तो उसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा द्वारा निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराया जायेगा। साक्षरता शिविर के दौरान ही 04 पुरूष बन्दियों ने निःशुल्क अधिवक्ता के माध्यम से जमानत प्रार्थना प्रस्तुत करने के लिये कहा तथा 01 बन्दी द्वारा आर्थिक तंगी के बावत कथन किया गया। इस पर सचिव द्वारा जेल पराविधिक स्वयं सेवक को आदेशित किया गया कि वह उक्त बन्दियों के प्रार्थना पत्र को लेकर उसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा को प्रेषित करायें। शिविर के दौरान ही कुछ बन्दियों द्वारा अपने स्वास्थ्य के उपचार के सम्बन्ध में बताया गया, इस पर सचिव द्वारा कारागार अधीक्षक को आदेशित किया गया कि यदि किसी भी बन्दी को स्वास्थ्य सम्बन्धी कोई समस्या होती है तो उसका शीघ्र ही निदान करायें एवं इस सन्दर्भ में कारागार अस्पताल के डाक्टर को आदेशित करें।

इसी दौरान सचिव द्वारा किशोर बैरक का गहनता से निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उपकारापाल द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में जिला कारागार गोण्डा में 45 किशोर बन्दी, किशोर बैरक में निरूद्ध हैं, जिसमें 01 किशोर न्यायालय पर पेशी पर गया है तथा इसमें 07 किशोर बन्दी नये आये हैं। सचिव द्वारा किशोरों से वार्तालाप के दौरान 05 किशोरों ने अवगत कराया कि घटना के समय उनकी आयु 18 वर्ष से कम थी, जिस पर सचिव द्वारा उनको बतलाया गया कि यदि वे कभी भी-कहीं भी-किसी भी विद्यालय में कोई षिक्षा ग्रहण की है, तो वे उम्र के बावत अंक तालिका अथवा स्थानान्तरण प्रमाण पत्र मंगाकार उसे सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा को प्रेषित कराये ताकि उस पर अग्रिम कार्यवाही की जा सके। सचिव द्वारा जिला कारागार के बैरक सं0-1,2,3,4,5,6,7,8 व 14बी का निरीक्षण किया गया, जहां पर 03 बन्दियों द्वारा आर्थिक विपन्नता के कारण बेलाबाण्ड दाखिल न कर पाने का कथन किया, जिस पर सचिव द्वारा जेल में कार्यरत पी0एल0वी0 को इन बन्दियों से आर्थिक विपन्नता का प्रार्थना पत्र लेकर उसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा को प्रेषित कराने के लिये आदेषित किया। महिला बैरक में उक्त शिविर के दौरान महिला बैरक की प्रभारी श्रीमती रंजना शुक्ला नेे पूंछतांछ के दौरान बताया कि वर्तमान में 56 महिला बन्दी, 06 बच्चों के साथ महिला बैरक में निरूद्ध हैं। इस दौरान सचिव द्वारा 02 महिला बन्दी से निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में बातचीत की गयी, जिस पर उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनके पास उनके निजी अधिवक्ता हैं। सचिव द्वारा जेल अधीक्षक से महिला बैरक में पढाने वाली अध्यापिका के बावत पूंछतांछ की गयी, जिस पर जेल अधीक्षक द्वारा सचिव को अवगत कराया गया कि यहां पर बेसिक षिक्षा विभाग की ओर से एक अध्यापिका, जिसका नाम श्रीमती पारूल वर्मा है, नियुक्त है, जो महिला बैंरक में महिलाओं/बच्चों को पढाती हैं। सचिव द्वारा महिला बैरक में रखे रजिस्टर का अवलोकन किया गया। उक्त रजिस्टर के अवलोकन से विदित हुआ है कि महिला अध्यापिका श्रीमती पारूल वर्मा आज दिनांक-15.12.2023 को प्रातः 10ः01 बजे आयीं और पूर्वाह्न 11ः56 पर चली गयी हैं। इस प्रकार उनके द्वारा महिला बैरक में लगभग 02 घन्टे का शिक्षण का कार्य किया गया, जो कि घोर आपत्तिजनक है। सचिव द्वारा महिला बैरक प्रभारी को आदेशित किया गया कि आप महिला अध्यापक श्रीमती पारूल वर्मा को आदेषित करें कि बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से उन्हें जो समय महिला/बच्चों को पढाने के लिये आवंटित किया है, उसका वह नियमित पालन करें एवं प्रत्येक माह महिला अध्यापक श्रीमती पारूल वर्मा की उपस्थित पंजिका की प्रति को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोण्डा को प्रेषित करें। शिविर के दौरान ही 02 महिला बन्दियों द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा जो फोन नम्बर वेरीफिकेशन के लिये दिया गया है किन्तु अभी तक उनका फोन नम्बर वेरीफाई नही हो पा रहा है, इस कारण वे अपने परिजन से बात-चीत नही कर पा रहे हैं।

इस पर सचिव द्वारा उनको अवगत कराया गया कि कारागार अधीक्षक से प्राप्त फोन नम्बर वेरीफिकेशन की लिस्ट को पुलिस अधीक्षक के समक्ष आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित किया गया है, शीघ्र ही आप लोगों के फोन नम्बर का वेरीफिकेशन हो जायेगा। निरीक्षण के दौरान महिला बैरक में महिला बन्दियों के लिये कौशल विकास की तरफ से चलाये जा रहे सिलाई के प्रशिक्षण कार्यक्रम को भी देखा गया। महिला बन्दियों द्वारा बनाये गये वस्त्रों को भी देखा गया तथा कारागार अधीक्षक को आदेशित किया गया कि महिला बन्दियों को सिलाई-कढाई हेतु उन्हें आवश्यक सामग्री उपलब्ध करायें। निरीक्षण के दौरान सचिव द्वारा पाकशाला का भी निरीक्षण किया गया। पाकशाला में सायंकालीन भोजन की तैयारियां की जा रही थी। पाकशाला इन्चार्ज द्वारा अवगत कराया गया कि आज 51 बन्दी सांयकालीन भोजन बना रहे हैं। सायंकालीन भोजन बना रहे 01-02 बन्दियों को बुलाया गया तथा उनके हाथों के नाखून को देखा गया गया, दोनों बन्दियों के नाखून कटे हुये थे तथा पाकशाला में खाना बना रहे समस्त बन्दी हेयर कैप लगाये हुये थे। पाकशाला इन्चार्ज द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि सायंकालीन भोजन में आज बन्दियों को रोटी, चावल, दाल-मसूर व आलू, पत्ता गोभी की सब्जी दी जायेगी, जिसकी तैयारी की जा रही है। सचिव द्वारा रोटियों की गुणवत्ता को देखा गया तथा पके हुये चावल, दाल-मसूर एवं आलू पत्ता गोभी की सब्जी को भी देखा गया तथा कारागार अधीक्षक को आदेशित किया गया कि कारागार में सब्जी की उपलब्धता के आधार पर सभी बन्दियों को बराबर मात्रा में सब्जी अवश्य उपलब्ध करायें। इसके उपरान्त सचिव द्वारा जिला कारागार के अस्पताल का निरीक्षण किया गया।

जिला कारागार के अस्पताल के निरीक्षण के दौरान जिला कारागार के अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं बन्दियों से मुलाकात की गयी तथा उनका हाल-चाल पूंछा गया। कारागार के अस्पताल के निरीक्षण के दौरान डाक्टर डा0 ए0पी0सिंह को निर्देशित किया गया कि बीमार बन्दियों की उचित देखभाल एवं दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त आप सभी बैरकों का स्वयं निरीक्षण करते रहें तथा बन्दियों को जरूरत पड़ने पर आवश्यक दवाइयां अविलम्ब उपलब्ध करायें। आज के विधिक साक्षरता षिविर एवं निरीक्षण के दौरान डिप्टी जेलर विवेक कुमार सिंह एवं अन्य बन्दी रक्षक तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा के लिपिक सन्दीप कुमार राही व ए0डी0आर0 के कनिष्ठ लिपिक अंकित वर्मा उपस्थित रहे।