इजरायल जा सकते हैं जिले के कुशल निर्माण श्रमिक

बदलता स्वरूप गोंडा। इजराइल में युद्ध के बाद वहां भारत के कुशल निर्माण श्रमिकों की जरूरत बताई जा रही है, इसके लिए प्रदेश से 10000 श्रमिकों को भेजा जाना प्रस्तावित है। शासन की ओर से आए इस आदेश से जिले के भी कुशल निर्माण श्रमिकों को मौका मिल सकता है। उप श्रमायुक्त देवीपाटन मंडल अनुभव वर्मा ने बताया की इसराइल में हुए युद्ध से पैदा हालात को लेकर वहां की सरकार ने कुशल निर्माण श्रमिकों की आवश्यकता जताई है, इसराइल सरकार की ओर से आवश्यकता को लेकर केंद्र सरकार ने इसकी कवायत शुरू कर दी है। केंद्र सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता उद्यमशीलता मंत्रालय ने के अधीन कार्यरत एजेंसी इंटरनेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के माध्यम से श्रमिकों को इसराइल भेजा जाएगा। इसमें यूपी से 10000 श्रमिकों को भेजने की संभावना जताई जा रही है। जारी आदेश में अलग-अलग श्रेणी के श्रमिकों को भेजने की बात कही गई है, श्रमिकों की आयु 21 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिये। उनको बेसिक अंग्रेजी की जानकारी बोलना एवं समझना जरूरी होगा निर्माण की ड्राइंग को पढ़ना आना चाहिए। इसके साथ ही निर्माण श्रमिकों को इसराइल भेजे जाने की कार्यवाही एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए श्रम एवं सेवायोजन तथा व्यावसायिक शिक्षा विभाग द्वारा किया जाएगा। प्रदेश से इसराइल के लिए सेरेमिक टाइल्स के लिए 2000 और प्लास्टरिंग के लिए 2000 फ्रेमवर्क और शटरिंग कारपेंटर तथा आयरन बिल्डिंग के लिए 3000-3000 श्रमिकों को मौका मिलेगा श्रमिकों को लखनऊ में मंत्रालय के अंतर्गत संचालित होने वाले टेस्ट के उपरांत चयनित किया जाएगा इच्छुक निर्माण श्रमिक कार्यालय उपश्रमायुक्त देवीपाटन मंडल में संपर्क करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपना विवरण प्रस्तुत कर सकते हैं।