गोण्डा। कठोर परिश्रम एवं कड़ी मेहनत मनुष्य का असली धन होता है, बिना कठिन परिश्रम के सफलता पाना असंभव है, इस दुनिया में जो व्यक्ति कठिन परिश्रम करता है सफलता उसी का कदम चूमती है। उक्त उदगार जैनस इनीशिएटिव्स एवं रोटरी क्लब गोंडा ग्रीन के संयुक्त कार्यक्रम में संबोधित करते हुए देवीपाटन मंडल के अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ हरिदास अग्रवाल ने व्यक्त की। उन्होंने कहा मध्यम वर्गीय परिवार या गरीब परिवारों के लिए एक अच्छे स्कूल में पढ़ाई का खर्च उठाना मुश्किल हो रहा है ऐसे में जरूरत मंद लोगों को ऐसी योजना जिसमें अपने बच्चों को पढ़ाई में आर्थिक मदद मिल रही है यह एक सराहनीय कार्य है।
संस्था के संस्थापक डॉ पंकज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यह छात्रवृत्ति उन जरूरतमंद बच्चों को दी जाती है जो पढ़ने में अच्छे एवं कमजोर वर्ग से आते हैं, उन प्रतिभावान बच्चों की पैसों की कमी से पढ़ाई नहीं रुकेगी। संस्था द्वारा 12वीं पास छात्रों को 12000 सालाना स्कॉलरशिप दिया जाता है इसके साथ साथ नगर में चल रहे प्राथमिक स्कूलों में स्कूल हेल्थ प्रोग्राम एवं डिजिटल प्रोग्राम के बारे में भी लोगों को बताया गया और सहयोग करने की बात कही गयी। डॉ आलोक अग्रवाल ने कहा इस स्कॉलरशिप का मुख्य उद्देश्य छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करना कि वे अपने आगे की पढ़ाई और बेहतर ढंग से कर सके इसके अलावा लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय समिति की उपाध्यक्ष वर्षा सिंह, शास्त्री महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आर के पांडेय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इसके साथ साथ डॉ पंकज ने स्कूल हेल्थ प्रोग्राम में साथ देने के लिए डॉ अखिलेश गुप्ता, डॉ ए के सिन्हा, डॉ अमित गुप्ता, डॉ पीयूष रंजन एवं सभी सामाजिक कार्य में सहयोग करने वालों एवं पंकज सिन्हा को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ए पी सिंह, डॉ रेनू अग्रवाल, डॉ अंजू अग्रवाल, प्रो. रंजन शर्मा, प्रो. शेर बहादुर सिंह, प्रो. ओकार पाठक एवं विभिन्न समाज से आए अरविंद श्रीवास्तव गप्पू भैया, आलोक सिन्हा, अश्विनी श्रीवास्तव, शिक्षा विभाग से आए राजेश सिंह, बृजेश शुक्ला, उमेश शाह, संजू छाबड़ा, जगदीश रायतानी, आर एस खुराना, हरजीत सिंह छाबड़ा, डॉ राजेश श्रीवास्तव, लायंस क्लब गोण्डा सेवा से राजकुमार जायसवाल, डॉ के के मिश्रा, डॉ मृणाल पांडे के साथ-साथ आशीष श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना अहम योगदान दिया।