गांवों में अन्तिम व्यक्ति तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाना सरकार का लक्ष्य

सभी जिला सहकारी बैंकों को नेफस्कॉब का सदस्य बनाने का दिसम्बर में निर्णय-जे.पी.एस. राठौर

बदलता स्वरूप लखनऊ। प्रधानमंत्री का संकल्प है कि देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाना है। 2047 तक अमृतकाल के दौरान केन्द्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह जी का लक्ष्य है कि कृषि के क्षेत्र में कोआपरेटिव का योगदान 50 प्रतिशत होना चाहिए और डिपोजिट 25 प्रतिशत तक होना चाहिए। इसी लक्ष्य को लेकर आज की कार्यशाला में चर्चा हुई कि किस तरह से नई टेक्नालाजी को लेकर एवं नये इनोवशन को लेकर लोगों की क्या आवश्यकता है उस तरह से प्रोडक्ट डिजाइन करें ताकि उन्हें समय से लोन मिल सके और उनकी जरूरतें पूरी हो सकें। उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव बैंक द्वारा आयोजित नेफस्कॉब के तत्वावधान में अमृतकाल (2022-47) में राज्य सहकारी बैंक/जिला सहकारी बैंकों के व्यवसाय में वृद्धि के उपायों पर नेफस्कॉब द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि सहकारिता राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार जे.पी.एस. राठौर ने यह बातें आज सहकारिता भवन लखनऊ स्थित सभागार में कही। सहकारिता मंत्री नेे कहा कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव बैंक अग्रणी भूमिका निभाते हुए गांवों में अन्तिम व्यक्ति तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है तथा सभी जिला सहकारी बैंकों को नेफस्कॉब का सदस्य बनाने का दिसम्बर, 2023 में निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि 3200 पैक्स कम्प्यूटरीकरण किया जा चुका है तथा आने वाले 06 महीने में लगभग सभी पैक्स का कम्प्यूटरीकरण पूर्ण कर लिया जायेगा। तथा सभी पैक्स को 10-10 लाख रूपये प्रदान कर रहे हैं, वो भी ब्याजमुक्त, जिसका पूरा ब्याज प्रदेश सरकार देगी। यानी की 750 करोड़ रूपये सभी पैक्स को दिलवाया है ताकि वह अपना बिजनेस आसानी से कर सकें। उन्होंने कहा कि सभी 16 जिला सहकारी बैंक घाटे में थी, उनमें से 11 को हम लाभ में ला चुके हैं तथा आने वाले 31 मार्च, 2024 तक हमारी सभी बैंकों को लाभ में ले आएंगे।
चेयरमैन एन.ए.एफ.एस.सी.ओ.बी. (नेफस्कॉब) के0आर0 राव ने कहा कि कोआपरेटिव क्रेडिट की थ्री टायर सिस्टम अपेक्स कोआपरेटिव बैंक, जिला सहकारी बैंक, पैक्स को मिलकर साथ काम करना होगा तभी बैंकिंग व्यवस्था मजबूत होगी तथा हमें अपने टेक्नोलाजी में अद्यतन सुधार करने का प्रयास करते रहना चाहिए। इस अवसर पर आर.सी.एस. यूपी अनिल कुमार, अतिरिक्त आयुक्त व अतिरिक्त रजिस्ट्रार (प्रशासन) श्रीमती ईशा प्रिया, एमडी एन.ए.एफ.एस.सी.ओ.बी. व अध्यक्ष आई.सी.बी.ए. बी0 सुब्रह्मण्यम, चेयरमैन यू.पी.सी.बी. जे0बी0 सिंह, एमडी यू.पी.सी.बी. आर0के0 कुलश्रेष्ठ, डायरेक्टर बर्ड निरूपम मेहरोत्रा, सीजीएम नाबार्ड ए0के0 डोरा तथा सभी जिला सहकारी बैंकों के चेयरमैन उपस्थित थे।