बदलता स्वरूप श्रावस्ती। जिलाधिकारी कृतिका शर्मा ने बताया है कि जनपद में कृमि मुक्ति दिवस 01 फरवरी, 2024 से अभियान चलाया जायेगा। जिसमें जनपद के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में अभियान चलाकर सभी स्कूलों, आंगनवाड़ी केन्द्रो पर निःशुल्क कृमि नियंत्रण की दवाई एल्बेन्डाजोल खिलाई जायेगी तथा छूटे हुए बच्चों को शत-प्रतिशत आच्छादित किया जायेगा। उन्होने बताया कि किशोर-किशोरियों में कृमि के संक्रमण से मानसिक और शारीरिक विकास बाधित होता है। स्कूलों में अनुपस्थिति बढ़ती है तथा उनकी पढ़ाई भी प्रभावित होती है। जिससे बच्चा कुपोषण और एनीमिया का शिकार हो जाता है। इससे बचाव हेतु जनपद में ’’राष्ट्रीय कृमि मुक्ति’’ अभियान चलाकर 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को घर-घर भ्रमण कर एल्बेन्डाजोल की दवा खिलाई जाएगी। उन्होने बताया कि इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा बहू और आंगनबाड़ी कार्यकत्री) द्वारा घर-घर भ्रमण एल्बेन्डाजोल की खुराक दी जाएगी। जिससे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ायी जा सके और एनीमिया को नियंत्रित किया जा सके। उन्होने बताया कि बच्चों के शरीर में कृमि के कारण मामूली दुष्प्रभाव जैसे जी मिचलाना, उल्टी, दस्त, पेट में हल्का दर्द और थकान होने की संभावना हो सकती हैं। यह दुष्प्रभाव अस्थायी होते हैं और आम तौर पर आसानी से संभाले जा सकते हैं। अगर बच्चे को मामूली दुष्प्रभाव हो तो उसे खुली व छायादार जगह में लिटाकर आराम कराएं। उसे पीने का साफ पानी दें और अपनी निगरानी में रखें। किसी भी चिकित्सीय सहायता के लिए टोल फ्री नम्बर 104 या एंबुलेंस की सहायता हेतु 108 पर फोन करें।
