गाजे बाजे के साथ निकाली गई शोभा यात्रा, हुआ भव्य भंडारे का आयोजन

महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या। जगत गुरु स्वामी रामानंदजी का मंदिर दर्शन भवन, जानकीघाट से बुधवार को गाजे-बाजे संग विशाल शोभायात्रा निकाली गई। अवसर मंदिर में विराजमान भगवान श्रीजानकी जीवन जू के दो दिवसीय षोडश प्राकट्योत्सव का था। प्राकट्य उत्सव का शुभारंभ सुबह भक्तों द्वारा सामूहिक रूप से ठाकुर जानकी जीवन जू का तुलसी-पुष्प ने के सहस्रार्चन व 108 बत्ती की आरती से हुआ। दो दिवसीय प्राकट्योत्सव को पीठ की वर्तमान पीठाधिपति महंत डॉ. ममता शास्त्री सानिध्यता प्रदान कर रही थी। सायंकाल मंदिर से निकली शोभायात्रा अयोध्याधाम के मुख्य , मागों से होते हुए पावन सरयू तट पहुंची। जहां 21 सौ दीपों से पुण्य एवं मोक्ष दायिनी सरयू मैया का दीपदान किया गया। उसके बाद मां सरयू की दिव्य और भव्य आरती उतारी। पुन- शोभायात्रा सरयू तट से अपने गंतव्य दर्शन भवन को वापसी लौटी। वहां मठ में विराजित नर्वदेश्वर भगवान शंकर का विशेष श्रृंगार व दिव्य भस्म आरती किया गया। तदुपरांत दर्शन भवन विहारी
सरकार की दिव्य-मनोहारी फूलबंगला झांकी सजाई गई। झांकी का दर्शन कर साधु एवं भक्तगणों ने अपना जीवन कृतार्थ किया। उसके बाद मंदिर के मुख्य द्वार पर प्रसाद वितरण किया गया। जगु0 स्वामी रामानंदजी का मंदिर दर्शन भवन की वर्तमान पीठ्ठाधिपति महंत डॉ. ममता शास्त्री ने बताया कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंदिर में विराजमान ठाकुर जानकी जीवन जू का प्राकट्योत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा। दो दिवसीय षोडश प्राकट्य उत्सव विशाल शोभायात्रा के साथ शुरू हो चुका है। महोत्सव का समापन गुरूवार को नर्वदेश्वर भगवान शंकर के रूद्राभिषेक, श्रीविश्वनाथ गौ सेवा दर्शन मंदिर में गौ माता का विशेष पूजन-अर्चन, आरती, ठाकुर जानकी जीवन जू के दरबार में निवेदित छप्पन भोग, अयोध्याधाम के सुप्रसिद्ध संतों द्वारा जेवनार गायन और भंडारे से हो जायेगा। कार्यक्रम के प्रथम दिन भक्तों द्वारा सामूहिक रूप से भगवान का तुलसी-पुष्प से सहस्रार्चन किया गया। विशाल मनोरम शोभायात्रा निकली। मां सरयू का दीपदान व आरती किया गया। नर्वदेश्वर भगवान शंकर का विशेष श्रृंगार, भस्म आरती हुआ। भगवान की भव्य फूलबंगला झांकी सजाई गई। उसके बाद प्रसाद वितरण हुआ। देररात्रि में सांस्कृतिक संध्या एवं भगवान संग फूलों की होली का कार्यक्रम है।

इस अवसर पर प्रियाप्रीतम केलिकुंज के महंत रामगोविंद शरण, मुख्य आयोजक कौशलकिशोर सिंह, मुख्य यजमान संजू गुप्ता व जगदीश गुप्ता लखीमपुर खीरी, शुकदेव दास, विजयकुमार, सुप्रीमकोर्ट के अधिवक्ता अशोक कुमार मिश्र, राघव, अनन्या, वैदेही, शाश्वत, मीनाक्षी और गोपाल चौधरी हैदराबाद, राकेश सिंह पटना, डॉ. विजय कपूर दिल्ली, बेगूसराय से हरिश्चंद्र राय, शांता सिन्हा, प्रमिला सिन्हा, इंदूबाला सिन्हा व अभयकुमार मुजफ्फरपुर, गीता झालानी, महेश झालानी एवं मधुलिका राठौर जयपुर, सीतामढ़ी से डॉ. कर्नल धीरेंद्र सिंह, केशव अग्रवाल अयोध्या, उमा देवी और प्रतिमा देवी बिहटा, आभा चौधरी व राजेश चौधरी गुड़गांव, अमरनाथ पांडेय कुशीनगर, शंकरलाल खुटेटा जयपुर आदि मौजूद रहे।