बृजेश सिंह विशेष संवाददाता
बदलता स्वरूप गोंडा। लोकसभा सीट पर आजादी के बाद से ही कांग्रेस का दबदबा था लेकिन अब ये बीजेपी का गढ़ बन चुका है। उत्तर प्रदेश की गोंडा लोकसभा सीट चर्चा में बनी हुई है। गोंडा लोकसभा सीट रामनगरी अयोध्या से सटी हुई है और यहां पर राजा बनाम बाहुबली के बीच का दिलचस्प किस्सा है। वैसे तो गोंडा लोकसभा सीट पर आजादी के बाद से ही कांग्रेस का दबदबा था लेकिन अब ये बीजेपी का गढ़ बन चुका है। गोंडा लोकसभा सीट पर आजादी के बाद 17 बार चुनाव हुए हैं, जिसमें से आठ बार कांग्रेस, पांच बार बीजेपी, दो बार समाजवादी पार्टी, एक बार जनता पार्टी और एक बार स्वतंत्र पार्टी ने जीत दर्ज की है। इस सीट पर आनंद सिंह और कीर्ति वर्धन सिंह की बृजभूषण शरण सिंह से चुनावी लड़ाई काफी चर्चा में रही है। आज भले ही बृजभूषण शरण सिंह और कीर्ति वर्धन सिंह एक ही पार्टी में है, लेकिन कैसरगंज सांसद राजघराने पर निशाना साधने में कभी चूकते नहीं हैं। 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा से कीर्तिवर्धन सिंह, कांग्रेस-सपा गठबंधन से श्रेया वर्मा उम्मीदवार हैं। वहीं बसपा ने अभी अपना पत्ता नहीं खोला है। 1991 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बृजभूषण शरण को टिकट दिया था तो वहीं कांग्रेस ने आनंद सिंह को उम्मीदवार बनाया था। आनंद सिंह मनकापुर राजघराने के राजा थे। लेकिन इस चुनाव में बड़ा उलटफेर हुआ। बृजभूषण शरण सिंह ने तीन बार से सांसद चुने जा रहे आनंद सिंह को हरा दिया। उसके बाद 1996 का लोकसभा चुनाव आया और बृजभूषण शरण सिंह टाडा केस के अंदर जेल में बंद हो गए। ऐसे में बीजेपी ने उनकी पत्नी केतकी सिंह को उम्मीदवार बनाया और उन्होंने एक बार फिर से आनंद सिंह को मात दे दी।
हालांकि 2014 के पहले कीर्तिवर्धन सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया और उसके बाद पार्टी ने गोंडा से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत दर्ज की। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कीर्तिवर्धन सिंह ने जीत दर्ज की थी। एक बार फिर से 2024 के चुनाव में बीजेपी ने कीर्तिवर्धन को ही गोंडा से उम्मीदवार बनाया है। गोंडा लोकसभा सीट पर ठाकुर, ब्राह्मण और कुर्मी वोटों का दबदबा है। समाजवादी पार्टी ने भी गोंडा लोकसभा सीट से अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है।समाजवादी पार्टी ने श्रेया वर्मा को उम्मीदवार बनाया है। श्रेया वर्मा गोंडा से सांसद रहे बेनी प्रसाद वर्मा की पौत्री हैं। 2009 में वह कांग्रेस के टिकट पर जीते थे।
गोंडा का जातीय समीकरण
गोंडा लोकसभा सीट पर 2 लाख से अधिक ब्राह्मण और 2 लाख से अधिक ठाकुर वोट हैं। इसके अलावा इस सीट पर करीब साढ़े तीन लाख मुस्लिम वोटर और ढाई लाख से अधिक कुर्मी वोटर हैं। इस सीट पर दलित वोटरों की भी निर्णायक भूमिका है। इनकी संख्या भी करीब ढाई लाख है।
कब किसने मारी बाजी
साल सांसद पार्टी
1952 शकुंतला नायर हिंदू महासभा
1957 दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस
1962 राम रतन गुप्ता कांग्रेस
1967 सुचेता कृपलानी कांग्रेस
1971 कुंवर आनंद सिंह कांग्रेस
1977 सत्यदेव सिंह जनता पार्टी
1980 आनंद सिंह कांग्रेस
1984 आनंद सिंह कांग्रेस
1989 आनंद सिंह कांग्रेस
1991 बृजभूषण शरण सिंह भाजपा
1996 केतकी सिंह भाजपा
1999 कीर्तिवर्धन सिंह सपा
2001 बृजभूषण सिंह भाजपा
2005 कीर्तिवर्धन सिंह सपा
2009 बेनी प्रसाद वर्मा कांग्रेस
2014 कीर्तिवर्धन सिंह भाजपा
2019 कीर्तिवर्धन सिंह भाजपा