मुख्य चर्चा में लोकसभा कैसरगंज, टिकट को लेकर सभी दलों ने साधी चुप्पी

बृजभूषण शरण सिंह, कैसरगंज भाजपा सांसद, भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष अक्सर विवादों में रहने वाले, कुश्ती और गोंडा-बहराइच की राजनीति में धुरंधरों को पटकनी देने वाले बृजभूषण का पहलवानों से विवाद के बाद हर दांव उल्टा पड़ रहा है। उन्हें कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की कुर्सी तो छोड़नी ही पड़ी, अब उनके राजनीतिक भविष्य पर भी बहस छिड़ गई है। यही वजह है कि उनकी सीट कैसरगंज का ‘चुनावी दंगल’ सुर्खियों में है। यहां के राजनीतिक परिदृश्य पर ब्रिजेश सिंह की खास रिपोर्ट…
अब थोड़ा पीछे चलते हैं। अभी कुछ दिनों पहले जब भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की तो उसमें अवध क्षेत्र की कुछ एक को छोड़ अधिकांश सीटों की तस्वीर स्पष्ट हो गई। बाराबंकी से उपेंद्र सिंह रावत प्रत्याशी बने, हालांकि विवादित वीडियो सामने आने के बाद उन्हें यह कहकर मैदान से हटना पड़ा कि जब तक निर्दोष साबित नहीं हो जाता, तब तक कोई चुनाव नहीं लड़ूंगा। बृजभूषण के गृह जनपद गोंडा से भी कीर्तिवर्धन सिंह को तीसरा मौका मिल गया। ऐसे में सबकी निगाहें कैसरगंज संसदीय सीट पर थीं। पहलवानों से विवाद के बाद बृजभूषण के प्रति भाजपा नरमी दिखाएगी या सख्ती, यह सब जानना चाहते थे। चूंकि भाजपा ने इस सीट से कोई नाम घोषित नहीं किया है, इसलिए फिलहाल कैसरगंज के राजनीतिक समीकरण थोड़ा उलझ गए हैं। सपा-कांग्रेस गठबंधन से भी कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है। यह सीट सपा के खाते में है। वहीं बसपा भी मौन धारण किए है। जानकार मानते हैं कि भाजपा की रणनीति पर नजर रखने के लिए ही अन्य पार्टियां भी ‘वेट एंड वाच’ का फार्मूला अपना रही हैं। टिकट को लेकर लगाई जा रहीं हैं अटकलें।

कैसरगंज में अब तक हुए सांसद
वर्ष सांसद दल
1957 भगवानदीन मिश्र कांग्रेस
1962 बसंत कुंवरि स्वतंत्र पार्टी
1967 शकुंतला नायर भारतीय जनसंघ
1971 शकुंतला नायर भारतीय जनसंघ
1977 रुद्रसेन चौधरी जनता पार्टी
1980 राणावीर सिंह कांग्रेस
1984 राणावीर सिंह कांग्रेस
1989 रुद्रसेन चौधरी भाजपा
1991 एलएन मणि त्रिपाठी भाजपा
1996 बेनी प्रसाद वर्मा सपा
1998 बेनी प्रसाद वर्मा सपा
1999 बेनी प्रसाद वर्मा सपा
2004 बेनी प्रसाद वर्मा सपा
2009 बृजभूषण शरण सिंह सपा
2014 बृजभूषण शरण सिंह भाजपा
2019 बृजभूषण शरण सिंह भाजपा
2024 में बृजभूषण, प्रतीक या कोई और
कैसरगंज संसदीय सीट पर भाजपा का प्रत्याशी कौन होगा, यह बड़ा सवाल है। भाजपा बृजभूषण को ही मौका देगी, या फिर कोई और दावेदार मैदान में होगा, यह आने वाला समय बताएगा। हालांकि, अंदरखाने चर्चाएं तो बहुत हैं। कुछ लोग इस सीट पर गोंडा सदर से विधायक और बृजभूषण शरण सिंह के पुत्र प्रतीक भूषण सिंह के नाम की भी चर्चा कर रहे हैं। बृजभूषण के परिवार के ही कुछ और नाम भी लिए जा रहे हैं। इसके अलावा और भी दावेदारियां इंटरनेट मीडिया पर जोरशोर से तैर रही हैं। खैर, यह सब तबतक स्पष्ट नहीं हो पाएगा, जबतक भाजपा इस सीट के लिए किसी प्रत्याशी की घोषणा न कर दे। बेनी और बृजभूषण सबसे ज्यादा जीते
कैसरगंज संसदीय सीट पर बेनी प्रसाद वर्मा ने सबसे ज्यादा चार बार जीत हासिल की। वह इस सीट से सपा के टिकट पर वर्ष 1996, 1998, 1999 और 2004 में सांसद चुने गए। इसके बाद वर्ष 2009 में वह गोंडा सीट से चुनाव मैदान में उतरे, फिर यह सीट बृजभूषण शरण सिंह की हो गई। वर्ष 2009 में बृजभूषण इस सीट पर सपा के टिकट से सांसद चुने गए। 2014 और 2019 में उन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता। वर्ष 1991 और 1999 में वह गोंडा सीट से भी भाजपा के टिकट पर सांसद रह चुके हैं।टिकट की परवाह छोड़ धुआंधार चुनाव प्रचार में जुटे बृजभूषण, सांसद आवास पर जनता दरबार में उमड़ रहा हुजूम भाजपा ने अभी तक बृजभूषण शरण सिंह के नाम का ऐलान नहीं किया है। लेकिन बृजभूषण शरण सिंह गोंडा की जनता के बीच लगातार चुनाव प्रचार में लगे हुए है. बृजभूषण शरण सिंह ने इन चर्चाओं के बीच भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात भारतीय जनता पार्टी अभी तक अपनी आठवीं उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है लेकिन अभी तक बृजभूषण शरण सिंह के नाम का ऐलान नहीं हुआ है. इसी बीच लगातार तरह-तरह की चर्चाएं उठ रही है। गोंडा व कैसरगंज के लिए पांचवें चरण में यानी 20 मई चुनाव होना है। लोग तो यहां तक कयास लगा रहे हैं कि बृजभूषण शरण सिंह का टिकट इस बार भारतीय जनता पार्टी काट देगी क्योंकि विगत कुछ महीनों पहले पहलवानों ने बीजेपी सांसद पर गंभीर आरोप लगाए थे, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों का मानना है कि भारतीय जनता पार्टी बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काटकर पूर्वांचल में अपना नुकसान नहीं करेगी। पूर्वाचल को साधते हुए एक बार फिर से बृजभूषण शरण सिंह को ही पार्टी अपना प्रत्याशी बनाएगी। इन चर्चाओं का बाजर इसलिए गर्म है क्योंकि बृजभूषण शरण सिंह की देवीपाटन मंडल सहित पूर्वांचल के कई जिलों में अच्छी पकड़ है और जातीय समीकरण को देखते हुए भाजपा बृजभूषण शरण सिंह का टिकट नहीं काटेगी। वहीं कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह लगातार चल रही इन चर्चाओं के बीच जमकर प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं। बृजभूषण शरण सिंह अपने संसदीय क्षेत्र कैसरगंज मिलकर के लोगों से मिलकर समर्थन जुटा रहे हैं, इतना ही नहीं प्रतिदिन सुबह अपने आवास पर 8 से 10 बजे तक जनता दर्शन करते हैं, जहां पर लोगों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करते हैं। साथ ही 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक गांव में जाकर के लोगों के सुख-दुख में शामिल होते हैं। जनता को बृजभूषण शरण सिंह लगातार इसी बात की जानकारी दे रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी मुझ पर भरोसा जताई है और मुझे ही टिकट मिलेगा। बस केवल नाम का ऐलान होना बाकी है जो लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं वह अफवाह फैला रहे हैं आप लोग उस पर ध्यान मत दीजिए। दरअसल बीते शनिवार 16 मार्च को दिल्ली में बृजभूषण शरण सिंह ने इन चर्चाओं के बीच भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। दोनों लोगों द्वारा भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को टिकट देने का आश्वासन दिया गया था और चल रही चर्चाओं पर ध्यान न देने की बात कही गई थी। साथ ही दोनों नेताओं द्वारा बृजभूषण शरण सिंह को यह भी निर्देश दिया गया था, कि वह लगातार अपने क्षेत्र में जाकर के केंद्र सरकार द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी जनता तक पहुंचाएं और लोगों से समर्थन जुटाए। दोनों नेताओं द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद से ही बृजभूषण शरण सिंह लगातार अपने संसदीय क्षेत्र कैसरगंज में लोगों से जनसंपर्क कर समर्थन जुटा रहे हैं।