भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में बही भक्ति की सुमंगल रसधार
लालगंज, प्रतापगढ़। नगर के बीएसएनएल टावर के समीप हो रही श्रीमद्भागवत कथा में रविवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमडी दिखी। संगीतमयी कथा को आगे बढाते हुए व्यासपीठ से पं. अनिलेश जी महाराज ने कहा कि भगवान की कथा हमंे जीवन मे सुसंस्कारो को भी संरक्षित रखे जाने का सदमार्ग प्रकाशवान बनाया करता है। उन्होने कहा कि युवाओं मे संस्कार का लोप न हो इसलिए हमें सनातन धर्म के संस्कारों को संरक्षित रखने के लिए जागरूक होना होगा। कथाव्यास ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पूजन का संदेश देकर हमें कर्म की साधना के प्रति स्वावलंबन प्रदान किया है। उन्होनें कहा कि कर्म जब सत्कर्म हुआ करता है तो हमें भगवत कृपा की प्राप्ति के साथ मनोकामनाओं की भी पुण्यता मिला करती है। उन्होनें कहा कि चंदन शीतलता के साथ मनुष्य के पुण्य का द्योतक है।
इसलिए चंदन जनेऊ धारण करने के संस्कार की महत्ता को सदैव अलंकृत रखा जाना चाहिए। कथा यज्ञ में गोवर्धन पूजन तथा भगवान श्रीकृष्ण के अलौकिक अवतार का भी वर्णन सुनकर श्रद्धालु मगन हो उठे। कथा मण्डप में व्यासपीठ के वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य भगवान श्रीकृष्ण जन्म की अलौकिक झांकी पर पुष्पवर्षा के साथ महिलाओं का मंगलगान भी हुआ। मुख्य यजमान समाजसेवी बाबू लाल मौर्य व लीलावती ने कथाव्यास का श्रीअभिषेक किया। सह संयोजक चन्द्रभान मौर्य, डाॉ सूर्यभान मौर्य, सोनू मौर्य, डा. उत्कर्ष मौर्य, पारसनाथ मौर्य ने श्रद्धालुओं को मंगलटीका लगाया। इस मौके पर नरेन्द्र नारायण तिवारी, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश, नवीन शुक्ल, संतोष मिश्र, मुन्ना शुक्ला, सभासद सोनू शुक्ला, अंजनी अमोघ, लालप्रताप सिंह, राजेश मिश्र, राजीव दुबे, अश्विनी शुक्ल, श्यामसुन्दर तिवारी, चन्द्रप्रकाश मिश्र, अभिषेक पाण्डेय, सुधाकर शुक्ल, नन्द कुमार दुबे, अभय सिंह, राकेश मिश्र, सौरभ शास्त्री आदि रहे।
