महेन्द्र कुमार उपाध्याय
बदलता स्वरूप अयोध्या। सनातन धर्म परिषद न्यास के आनुषांगिक संगठन महिला प्रकोष्ठ राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक बैठक बालाजी सेवा ट्रस्ट साेनादेवी मार्ग वासुदेवघाट में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता सनातन धर्म परिषद महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष साध्वी प्रतिभा शास्त्री एवं संचालन विंदेश्वरी कनाैजिया ने किया। मुख्य अतिथि सनातन धर्म परिषद न्यास के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष अवधबिहारी दास ने कहा कि हमारा संगठन देश-विदेश में चल रहा है। महिला प्रकोष्ठ के माध्यम से हम महिलाओं काे जाेड़ व सशक्त बना रहे हैं। संगठन का मुख्य उद्देश्य सनातन संस्कृति, समरसता, संस्काराें काे अक्षुण्ण बनाए रखना है। मठ-मंदिरों काे संरक्षण देना और गाै, हिंदू, साधु-संतों की रक्षा करना है। इन्हीं बाताें पर हम कार्य कर रहे हैं। बालाजी सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रामदास ने कहा कि भारत काे पुन: जन जागृति एवं उत्थान हेतु संगठन का निर्माण किया गया है। सनातन धर्म परिषद महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष साध्वी प्रतिभा शास्त्री ने कहा कि महिला प्रकोष्ठ ने शक्ति वाहिनी के भी गठन का निर्णय लिया है। हमारा उद्देश्य महिला सशक्तिकरण का रहा है। महिलाएं जब सशक्त हाेंगी, ताे हमारा देश व हमारी संस्कृति सशक्त बनेगी। अपनी मातृशक्ति काे एकत्रित कर हम संगठित कर रहे हैं। हिंदू जातियों में बंटा हुआ है। लेकिन पहले हम सब सनातनी हैं, फिर किसी जाति के। हमारा धर्म फिर से परिपक्वता काे प्राप्त करेगा। मातृशक्ति के साथ हम सभी काे सशक्त बनाने का प्रयास कर रहे हैं। महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय सचिव किशाेरी सिद्धि त्रिपाठी ने कहा कि हम सब सनातनी हैं माताएं-बहनें अपने सनातन धर्म के प्रति समर्पित रहें। संगठन के माध्यम से महिलाएं अपने सनातन धर्म, संस्कृति व सभ्यता के प्रति जागरूक बन रही हैं। सनातन धर्म परिषद न्यास के मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक कृष्णगाेपाल दास ने कहा कि देश काे फिर से अखंड भारत बनाना है। अपने सनातन संस्कृति के बारे में लाेगाें बता रहे हैं। संगठन के माध्यम बड़ी संख्या में बहनों-माताओं काे जाेड़ रहे हैं। बच्चों काे आगे बढ़ाना, संस्कारवान व हर भाषा में परिपक्व बनाना है। नेपाल राष्ट्र में भी महिला प्रकोष्ठ का गठन हाे चुका है। न्यास के राष्ट्रीय महासचिव अमर बहादुर तिवारी ने कहा कि संगठन के माध्यम से माता-बहनों को धर्म के प्रति शिक्षित और उन्हें आत्मरक्षा के गुर सिखा रहे हैं।
