जायसवालों द्वारा आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि रहे बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद

नई दिल्ली। आज लगभग 20 प्रदेशों के सैकड़ों प्रतिनिधियों के बीच अपने को पाकर ऐसा महसूस कर रहा हूं जैसे मेरे सामने लघु भारत खड़ा है ऐसे राष्ट्रीय कार्यक्रम से जायसवाल समाज ने अपना दमखम दिखाते हुए यह सिद्ध कर दिया है कि वह सामाजिक कुरीतियों पर विजय पाते हुए देश की मुख्यधारा के साथ चलने में सक्षम है, यह विचार हैं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद की। जो उन्होंने अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के 39 वें साल में प्रवेश के अवसर पर आयोजित महासभा के सर्वोच्च अधिकार समिति की बैठक के अवसर पर मंगल मिलन सह सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए व्यक्त किए। कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय हिंदी भवन के सभागार में महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष किशोर हेमराज की अध्यक्षता में किया गया। जिसका सफल और सरस संचालन जायसवाल युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य वर्धन ने किया। खचाखच भरे सभागार में देश के कोने – कोने से पधारे हजारों स्त्री पुरुषों ने सहोत्साह हिस्सा लिया। इस अवसर पर समाज के विकास के लिए समर्पित, उत्कृष्ट कार्य करने वाले 151 महान हस्तियों को अंगवस्त्रम, प्रतीक चिन्ह तथा मुक्ताहार से सम्मानित किया गया।
साथ ही जायसवाल जागृति दिल्ली मासिक पत्रिका के स्व. पन्नालाल जायसवाल स्मृति अंक का लोकार्पण भी मुख्य अतिथि एवं सम्मानित अतिथियों द्वारा किया गया और महासभा के 5 राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्षों सर्वश्री डॉक्टर अरुण मोहन भारवि बिहार, अशोक कुमार जायसवाल गाजियाबाद, मदन लाल जायसवाल गुजरात आदि को वरिष्ठ कार्यकारी अध्यक्ष का पद प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया।सर्वप्रथम भगवान सहस्त्रार्जुन तथा भगवान बलभद्र के तैल चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात श्रीमती रश्मि गुप्ता के नेतृत्व में बालिकाओं ने भक्ति रस से सराबोर और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी दर्शकों का मन मोह लिया। आगत अतिथियों का स्वागत दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष सुधीर कुमार मनहर ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार से पधारे नामचीन साहित्यकार डॉ. अरुण मोहन भारवि ने समाज के दर्द का इजहार करते हुए कुरूतियों के निदान के लिए समाज को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल कराने के लिए जोरदार संघर्ष की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ पी के चौधरी ने समाज की हिस्सेदारी राजनीति में तय करने के लिए एकजुटता की अपील की। प्रोफेसर ध्रुव जायसवाल (लंदन) ने अपने देश में अपने समाज के बीच पाकर अपनी मिट्टी को नतमस्तक हो नमन किया। गुजरात से पधारे पन्नालाल जायसवाल तथा मदन लाल जायसवाल ने सामाजिक समरसता में जायसवाल समाज की अहम भूमिका की चर्चा की जबकि डॉ हर्ष जायसवाल ने समाज के विकास में आधी आबादी की भूमिका पर प्रकाश डाला। जयपुर से पधारे महासभा के राष्ट्रीय महासचिव श्री पूरण चंद झारीवाल ने आज के इस कार्यक्रम की सफलता से अभिभूत होकर आयोजक मंडल के मुखिया भाई आदित्य, के के भगत, छोटे लाल गुप्ता अशोक जायसवाल की खूब तारीफ की।इसके पूर्व सर्वोच्च अधिकार समिति को संबोधित करते हुए महासभा के वरिष्ठ संरक्षक बालेश्वर दयाल जायसवाल ने कहा कि महासभा की स्थापना इसी दिल्ली के इतिहासिक धरती पर आज से 39 साल पहले हुई थी तब से आज तक इस महासभा ने अनेक क्षेत्रों में कीर्तिमान के कई सोपान पार किए हैं और अब हालात ऐसा है कि तरक्की की दौड़ में बीच रास्ते थक कर बैठ जाने वाले हमें हमारे ही साथी आज एक बार फिर हमारी प्रगति यात्रा का हिस्सा बनने के लिए लालायित हैं। इस अवसर पर दिल्ली एनसीआर जायसवाल स्वर्गीय महासभा महिला महासभा तथा युवा महासभा की प्रदेश कमेटी का गठन तथा शपथ ग्रहण कराया गया। कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में दिल्ली उपमहापौर दिव्य जायसवाल, विजय भगत, समाजसेवी ध्रुव जायसवाल, CA राजीव जायसवाल, एसपी सुमन, शशि जायसवाल, राकेश जायसवाल, अर्जुन चौधरी, विजय जायसवाल, सतीश जायसवाल, युवराज सुहल्का, ध्रुव जायसवाल, आनंद चौकसे, राजेश जायसवाल, श्रीमती तमन्ना सुहलका, नेपाल से पधारे पूनम गुप्ता आदि ने अपने अनुभव को साझा किया और उक्त अवसर पर महासभा को संबोधित किया। कार्यक्रम की सफलता के लिए हरिशंकर जायसवाल ने फोटोग्राफी तथा मनोज शाह ने सभी को प्रतीक चिन्ह अपने तरफ से प्रयोग के रूप में उपलब्ध कराया। दिन रात मेहनत करके कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले निभाने वालों में छोटे लाल गुप्ता, अशोक कुमार जायसवाल, कृष्ण कुमार जायसवाल, सुधीर कुम…