गोण्डा। विकासखण्ड रूपईडीह के ग्राम पंचायत कसमिरवा(पुरैनिया) निवासी जुगला शरन शुक्ला ने बताया कि हमारे ग्राम पंचायत में आवारा पशुओं की संख्या बहुत अधिक है, जो गांव में बोई हुई सभी फसल को बर्बाद कर देते हैं। किसान दिन-रात खेतों की रखवाली करता है, आवारा पशुओं की झुंड को किसान द्वारा भगाते वक्त आवारा पशु मारने के लिए दौड़ते हैं। जिससे कई किसानों को चोटें लग चुकी है और एक महिला खेत में आवारा पशु भगाने गई थी जिसके वजह से उस महिला की एक्सीडेंट हो गया था और उसकी मृत्यु हो गई थी।
आवारा पशुओं को भगाने में किसानों को जान माल का खतरा बना रहता है आवारा पशुओं से छुटकारा दिलवाने के लिए जुगला शरन शुक्ला ने 1076 ,जनसुनवाई पर शिकायत की थी जिस पर खण्ड विकास अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी द्वारा फर्जी रिपोर्ट लगाया गया जिसमें प्रेषित किया गया कि “गांव में आवारा पशुओं को पकड़वाया गया है” लेकिन इनका कहना है कि ग्राम कसमिरवा(पुरैनिया) में एक भी आवारा पशुओं को नहीं पकड़ा गया है, जिसकी शिकायत असंतुष्ट होकर फिर तहसील दिवस में मुख्य राजस्व अधिकारी से की थी। मुख्य राजस्व अधिकारी के आदेश देने के बावजूद भी गांवों में आवारा पशुओं को नहीं पकड़वाया गया। इसमें भी ऑफिस में बैठे बैठे मनगढ़ंत फर्जी रिपोर्ट लगाकर प्रेषित किया गया कि “ग्राम पंचायत में शासन के मंशा अनुरूप वर्तमान कार्य योजना में दर्ज कार्यों में प्राथमिकता के आधार पर कार्य कराया जा रहा है, शिकायत निक्षेपित करने योग्य है।
यह फर्जी रिपोर्ट और आवारा पशुओं को पकड़वाए जाने के संबंध में जुगला शरन शुक्ला ने इसकी शिकायत सिटी मजिस्ट्रेट अर्पित गुप्ता से की है।
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