विधि-विधान पूर्वक गाैर बंधु धर्मशाला का उद्घाटन हुआ

अयाेध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की पावन नगरी अयाेध्याधाम में मंगलवार को विधि-विधान पूर्वक गाैर बंधु धर्मशाला का उद्घाटन हुआ। यह धर्मशाला प्रतिष्ठित पीठ मणिरामदास छावनी के याेग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय परिसर में बनाया गया है। गाैर बंधु धर्मशाला का उद्घाटन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अध्यक्ष व मणिरामदास छावनी पीठाधीश्वर महंत नृत्यगाेपाल दास महाराज ने फीता काटकर किया। इससे पहले विद्वान वैदिक आचार्यों द्वारा रामार्चा पूजन का कार्यक्रम सम्पन्न कराया गया। तत्पश्चात वैदिक मंत्राेच्चार संग भव्य धर्मशाला का लाेकार्पण हुआ। उसके बाद जतारा टीकमगढ़ मध्यप्रदेश से आए गाैर बंधु परिवार के एडवोकेट राजेंद्र सिंह गाैर, सुरेंद्र सिंह गाैर, रवींद्र सिंह गाैर, धीरेंद्र सिंह गाैर, गाेविंद सिंह गाैर और सत्येंद्र सिंह गाैर द्वारा मणिरामदास छावनी पीठाधीश्वर महंत नृत्यगाेपाल दास महाराज का माल्यार्पण व अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत-सम्मान किया गया।

इस दाैरान गाैर बंधु परिवार ने श्रीदास काे चांदी का मुकुट एवं गाै माता का विग्रह भी प्रदान किया। इस अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्यगाेपाल दास महाराज ने जतारा टीकमगढ़, मध्य प्रदेश से आए हुए समस्त गाैर परिवार को अपना आशीर्वाद प्रदान किया। अपने स्वागत-सम्मान से ट्रस्ट अध्यक्ष बहुत ही अभिभूत दिखे। उन्होंने सबके मंगल की कामना किया। इस माैके पर गाैर बंधु परिवार के सुरेंद सिंह गाैर ने बताया कि श्रीरामराजा सरकार की कृपा और महंत नृत्यगाेपाल दास महाराज की प्रेरणा से गाैर बंधु परिवार जतारा टीकमगढ़, मध्यप्रदेश द्वारा मणिरामदास छावनी अयोध्या में भव्य धर्मशाला का निर्माण कराया गया है, जिसके उद्घाटन का कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस धर्मशाला के निर्माण में लगभग दाे कराेड़ रूपये की लागत आई है। जहां हमारी विधानसभा व टीकमगढ़ के वासियों के लिए रूकने की पूर्णतया निशुल्क व्यवस्था की गई है। वह लाेग अयाेध्याधाम आने पर यहां धर्मशाला में निशुल्क रूक सकते हैं। उनके लिए काेई शुल्क देय नही हाेगा।

उन्होंने कहा कि उनके पिता जी धार्मिक प्रवृत्ति के थे। जिन्हाेंने धार्मिक स्थलाें पर धर्म का कार्य किया और आजीवन करते रहे। उनकी अंतिम इच्छा थी कि भगवान श्रीराम की नगरी में उनके नाम से एक धर्मशाला का निर्माण हाे। जाे अब जाकर पूरी हुई। धर्मशाला के उद्घाटन अवसर पर मणिरामदास छावनी उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास, पागल बाबा, महंत मुकेश दास, संतदास समेत काफी संख्या में साधु-संत व गाैर बंधु परिवार के लाेग उपस्थित रहे।