कर्नलगंज गोंडा। विकास खंड कटरा बाजार अंतर्गत ग्राम मथुरा स्थित प्राचीन फैला सम्मय माता मंदिर परिसर में सात दिवसीय श्रीराम कथा व शतचण्डी महायज्ञ का आयोजन किया गया है। मंदिर के महन्थ नंदू पाठक ने बताया कि अयोध्या धाम से आये आचार्य गौरव कृष्ण शास्त्री ने श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराया। उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास की रचनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि तुलसीदास जी ने
श्रीराम की लीलाओं का मार्मिक वर्णन किया है। जिससे समाज के लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए।
कथाव्यास ने कि कहा कि पाश्चात्य संस्कृति के बढ़ते प्रचलन के कारण जिस प्रकार से भारतीय संस्कृति के मूल्यों पर प्रहार हो रहा है, उसी के परिणामस्वरूप आज हमारी युवा पीढ़ी तेजी से भ्रमित हो रही है। ऐसे में यदि भारतीय संस्कृति वेदों, पुराणों, ग्रंथों के प्रसंगों का प्रसार नहीं हुआ,तो भावी पीढ़ी को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि विद्वान बनना आसान है। सुजान और महान बनना भी आसान है, लेकिन इंसान बनना कठिन है। मानव शरीर के लिए देवता भी तरसते हैं। श्री राम कथा हमें अच्छे रास्ते पर चलने की प्रेरणा देती है। भगवान राम का चरित्र जहां एक ओर पारिवारिक रिश्तों की अहमियत को दर्शाता है। वहीं दूसरी ओर जाति-पात के भेदभाव को मिटाकर मानव में सौहार्द की भावना जागृत करता है। भारी संख्या में महिला-पुरुष व बच्चे कथा का श्रवण कर रहे।