योगीराज में भी पुलिस की मनमानी

कर्नलगंज-गोंडा। पुलिस द्वारा भूमि कब्जा कराने का विडियो बनाना युवती को मंहगा पड़ गया। दरोगा व सिपाही ने मोबाइल छीनते हुये युवती की जमकर पिटाई कर दी। और खुलेआम दरवाज़े पर बैठकर मोबाईल से विडियो डिलीट कर दिया। प्रकरण कोतवाली कर्नलगंज अंतर्गत ग्राम बबुरास के मजरा जूड़ा अहिरन पुरवा से जुडा है। यहां की निवासी एक युवती ने पुलिस के उच्चाधिकारीयों को आन लाइन प्रार्थना पत्र दिया है।

जिसमें कहा गया है कि बुधवार को दोपहर बाद उसके गांव के ही एक व्यक्ति से लाभ अर्जित करके हल्का दरोगा एक सिपाही के साथ पहुंचे और उसके सहन की भूमि पर जबरन नींव भरवाने लगे। वह अपने मकान की छत पर चढ़गई और विडियो बनाने लगी। जिस पर दरोगा व सिपाही दोनों छत पर चढ़ गए और उसका मोबाइल छीनते हुये बाल पकड़कर पटक दिए, और लात मूका से मारने लगे। आरोप है कि दोनों लोग उसका बाल पकड़ कर घसीटते हुये दूसरे के दरवाज़े तक लेकर चले गए। दरोगा व सिपाही से छूटने के बाद उसने एसपी, सीओ, कोतवाल, महिला हेल्प लाइन 1090 के साथ डायल 112 पर बारी बारी से फोन करके घटना के बारे में बताया। मगर कोई कार्रवाई नही हुई। ज़ब कि दरोगा व सिपाही उसके ही दरवाज़े पर बैठकर उसके मोबाईल से विडियो डिलीट करते रहे। युवती ने बताया कि मोबाईल से विडियो डिलीट करने का विडियो उसके पास मौजूद है। इससे पूर्व 10 मार्च को दोपहर बाद हल्का दरोगा व सिपाही बैठकर नीव खोदवाये थे।

उसने कोतवाली में तहरीर दिया मगर कोई कार्रवाई नही हुई। 14 मार्च को वह एसपी के समक्ष पेश हुई। कुछ देर बाद दरोगा ने फोन करके उसे कोतवाली बुलाया जहां जबरन एक कागज पर उसका हस्ताक्षर करवा लिया। पीड़िता ने दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई किये जाने की मांग की है। कोतवाल सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि निर्माण रोकवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि मारपीट करने का मामला संज्ञान में नही आया है। हल्का दरोगा मनीष कुमार ने बताया कि आरोप निराधार है। यही लोग गरीब के आवास का निर्माण नही करने दे रही हैं।