बस्ती। वेद के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति कभी भी दुखी नहीं हो सकता। वेद को पढ़ना पढ़ाना बहुत ही जरूरी है। सनातन वैदिक धर्म के अनुपालन करने से ही यह देश आज तक सुरक्षित है लेकिन इसके लिए हिन्दुओं को और गंभीरता के साथ वेद का अध्ययन करना होगा।
यह विचार आर्य समाज के विद्वान कानपुर से पधारे पं0 रवीन्द्र आर्य ने आर्य समाज गांधी नगर बस्ती के 104वें वार्षिकोत्सव के तीसरे दिन समापन के अवसर पर व्यक्त करते हुए कहा कि आर्य समाज नहीं होता तो आज हिन्दू नहीं होता।सुल्तानपुर से आये देश के प्रसिद्ध भजनोपदेशक पं0 राम मगन ने अपने भजन के माध्यम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहा कि वेद मंत्रों के अनुसार चरैवेति-चरैवेति चलने रहने की जरूरत है। जो रूक गया वो मर गया, जिन्दगी जिन्दा दिली का नाम है, भजन गाकर एक नयी ऊर्जा प्रदान किया।
कार्यक्रम में वानप्रस्थी पुरोहित पं0 हरिहर मुनि ने कहा कि आज का युवा वर्ग अपने मार्ग से भटक गया है। युवाओं को आर्य समाज से जोड़ना नितान्त आवश्यक है। जिससे वे अपने जीवन को सुखमय जीवन बना सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक रविवार को आर्य समाज में प्रातःकाल 8 बजे से हवन व यज्ञ का कार्यक्रम होता है जिसमें जनपद के लोग अपने परिवार के साथ आकर यज्ञ में शामिल हो सकते हैं।
कार्यक्रम में आर्य समाज के प्रधान मुरलीधर भारती, महामंत्री राधेश्याम सिंह, कोषाध्यक्ष बृजकिशोर गुप्ता, धर्मेन्द्र जायसवाल, सर्वेश कुमार सक्सेना, अनीता श्रीवास्तव, राकेश चौधरी, वेद आर्य, सुभाष योगाचार्य, ओम प्रकाश आर्य, सत्येन्द्र श्रीवास्तव, विनोद कुमार उपाध्याय सहित सैकड़ों आर्य समाज प्रेमी मौजूद थे।
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