शोधार्थी छात्रों ने ली पौधों पर होने वाले रोगों के बारे में जानकारी

एमएलके महाविद्यालय के वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजीव रंजन ने दी छात्रों को पौधे पर होने वाले विभिन्न रोगों के बारे में जानकारी

बलरामपुर। राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति के अंतर्गत उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए लघु शोध की अनिवार्यता को दृष्टिगत रखते हुए एम एल के पी जी कॉलेज बलरामपुर के वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजीव रंजन और उनके सहयोगी अजय कुमार शोधार्थी छात्र छात्राओं को लेकर बलरामपुर के प्रसिद्ध सिरसिया फॉर्म गए। जहां विभिन्न प्रकार के फल एवं सब्जियों पर लगे हुए रोगों के विषय में शोधार्थियों को जानकारी डा राजीव रंजन द्वारा दी गई।
पादप रोग कारण एवं निदान विषयक शोध योजना की परिपूर्णतया के लिए डॉ राजीव रंजन व अजय कुमार ने छात्र / छात्राओं को अलग-अलग फलों एवं सब्जियों के रोगों की पहचान कराई और उन लोगों के उत्पन्न होने के कारण उन फलों एवं सब्जियों पर होने वाले प्रभाव और रोग निवारण के विषय पर सैद्धांतिक जानकारी देकर रोग ग्रस्त पौधों का संग्रह कराया। जिससे प्रयोगशाला में उनके परीक्षण हेतु ले चलने के लिए छात्र -छात्राओं को निर्देशित किया।

पादप रोग वनस्पति विज्ञान विभाग की एक प्रसिद्ध शाखा है। इसके अंतर्गत शोध से बलरामपुर और उसके निकटवर्ती क्षेत्र में स्थित फलों एवं सब्जियों को रोग से बचाया जा सकता है। इस तरह के शोध कार्य वनस्पति विज्ञान विभाग में निरंतर चलते रहते हैं। जिसके लिए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर जे पी पांडे ने कई बार विभाग के शिक्षकों विशेष रूप से विभागाध्यक्ष की प्रशंसा की है। साथ ही इस कार्य में हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
इस शोध हेतु एम -एससी द्वितीय सेमेस्टर सुबोध कुमार पाठक ने अमरुद पर लगे रोग, रिया पांडे ने गेहूं पर लगे रोग, शुभी मिश्रा ने बैगन पर लगे रोग, अर्शिया खातून ने टमाटर पर लगे रोग, नेहा जफर ने खीरा तथा तरोई पर लगे रोग, नैंसी द्विवेदी ने कद्दू पर लगे रोग व दीक्षा मिश्रा ने लौकी पर लगे रोग की पहचान की और रोग ग्रस्त पौधों का संग्रह किया।