इस समय जनपद में 24 कोरोना मरीज होने से सतर्क हुआ स्वास्थ्य विभाग, पांच अस्पतालों में हुआ मॉक ड्रिल
गोंडा। मंगलवार को अस्पताल परिसर में उपस्थित मरीज और तीमारदार अचानक चौंक गए जब बाबू ईश्वर शरण जिला चिकित्सालय स्थित कोविड एल-2 हॉस्पिटल में एम्बुलेंस से कोरोना का मरीज आया। कुछ डरे, कुछ चौंके और बाकी लोग जल्दी से इधर-उधर हटने लगे। इधर डॉक्टरों की टीम तत्काल अपने कर्म पथ पर डट गयी और कोविड संक्रमित मरीज की जाँच करने लगी। कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करते हुए मरीज का इलाज शुरु हो गया। वहीं कोविड के अन्य लक्षणों वाले मरीजों का इलाज किया जाने लगा। कुछ देर बाद समझ में आया कि कोरोना के बढ़ते केस के बीच हॉस्पिटल में कोविड प्रोटोकॉल के तहत ट्रीटमेंट का यह मॉक ड्रिल है।
गौरतलब हो कि बढ़ रहे कोरोना के मामलों के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग ने जिले में एहतियात बढ़ानी शुरू कर दी है। शासन के दिशा-निर्देश पर मंगलवार को देवीपाटन मंडल के अपर निदेशक चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ एच डी अग्रवाल की उपस्थिति में कोविड हॉस्पिटल में मॉक ड्रिल की गई। इस मौके पर अपर निदेशक ने कोरोना से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए गए इंतजामों को परखा और कोरोना के प्रति अलर्ट रहने के साथ जांच का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए। डॉ अग्रवाल ने बताया कि शासन के निर्देश पर मंगवार को गोंडा जिले के पांच जगहों पर कोरोना से बचाव की मॉक ड्रिल की गई। ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील है और दवाई भी भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित लहर को देखते हुए कोई भी परेशान न हो, जिले में 24 कोरोना पॉजिटिव है, जो होम आईसोलेशन में हैं और जल्द ही स्वस्थ हो जाएंगे। सीएमओ डॉ रश्मि वर्मा ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि कोविड हॉस्पिटल (लेवल-2) के साथ-साथ चार एल-1 हॉस्पिटल क्रमशः सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र इटियाथोक, वजीरगंज, हलधरमऊ व छपिया में कोरोना संक्रमण से बचाव की तैयारियों के लिए सफल मॉक ड्रिल की गई। नोडल अधिकारियों की देखरेख में ही मॉक ड्रिल किया गया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र इटियाथोक में एसीएमओ डॉ जय गोविन्द, वजीरगंज में एसीएमओ डॉ एपी सिंह, हलधरमऊ में एसीएमओ डॉ चंद्रेश व छपिया में एसीएमओ डॉ आदित्य वर्मा की देखरेख में कोविड प्रबंधन का सफल पूर्वाभ्यास किया गया। सीएमओ ने आश्वस्त किया है कि जनपद में आक्सीजन और बेड की कोई कमी नहीं है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवा की पूरी उपलब्धता है। उन्होंने जनपदवासियों से अपील किया कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। नोडल अधिकारी डॉ जय गोविन्द ने बताया कि कोविड मरीजों के लिए जिला अस्पताल स्थित कोविड हॉस्पिटल (एल-02) में दो सौ बेड उपलब्ध है। बच्चों के लिए पीआईसीयू (पीकू वार्ड) स्थापित है। इसके अलावा चार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों क्रमशः छपिया, वजीरगंज, इटियाथोक व हलधरमऊ में दस-दस बेड का पीआईसीयू स्थापित किया गया है। जनपद में 658 ऑक्सीजन कन्सेन्ट्रेटर उपलब्ध है, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं जिला चिकित्सालय को मुहैया कराया गया है। वेंटिलेटर की उपलब्धता 30 तथा आईसीयू बेड की संख्या 17 है।

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