अल्पसंख्यक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग

गबन सहित कई मुद्दों पर शिकायती पत्र में लगाए गंभीर आरोप

बदलता स्वरूप गोंडा। अनेकों फर्जी कार्यों को लेकर सुर्खियों में रहने वाला शिक्षा विभाग अभी भी सुधरने का नाम नहीं ले रहा, शिक्षा विभाग के अधिकारी व शिक्षक के फर्जी कारनामों पर शासन द्वारा बड़ी बड़ी कार्रवाई भी हो चुकी है लेकिन अभी भी कुछ ऐसे मठाधीश शिक्षा विभाग के अधिकारी व शिक्षक हैं, जो सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं और घर पर बैठ आराम फरमाते रहते हैं और सरकार का पैसा डकार रहें हैं जिनके खिलाफ विभाग के ही अध्यापक ने जिलाधिकारी को पत्र देकर कारवाई की मांग की है। विकास खंड परसपुर अंतर्गत मदरसा रहमतुल उलूम ग्राम पंचायत उतरौला के अध्यापक सिराजुल हक खां ने बुधवार को जिला अधिकारी को दिए गये शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र वर्मा द्वारा शिक्षा माफिया के संरक्षण में अनेकों फर्जी मदरसों के नाम से शासन द्वारा लाखों रुपए का आहरण करके आपस में बंदरबांट कर सरकारी धन गबन कर रहे हैैं। डीएम से मांग किया है कि किसी मजिस्ट्रेट द्वारा पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए जिससे सच्चाई सामने आ सके और दोषियों पर कार्रवाई हो सके।

शिकायती पत्र में शिक्षक रहमतुल वलूम खां ने यहां तक बताया है कि जिला अल्पसंख्यक अधिकारी रमेश चंद्र वर्मा के संरक्षण में शिक्षा माफिया फाइजान खां व साजिश खां द्वारा उत्तर प्रदेश शासन से जनपद में 319 मदरसों के फर्जी नामों का सूची दर्शाते हुए शासन से प्रतिमाह मोटी रकम हड़पने के साथ आपस में बंदरबांट किया जा रहा है। निदेशक इंदिरा भवन लखनऊ के कार्यालय से प्राप्त सूची के अनुसार जनपद में 319 मदरसे वर्तमान समय में संचालित है जोकि पूर्णतया गलत है जबकि सच्चाई यह है कि जनपद में 319 मदरसें पूर्ण रूप से संचालित हैं 47 मदरसें पूर्णतया फर्जी नाम से हैं। लेकिन अल्पसंख्यक कार्यालय के कर्मचारियों व शिक्षा माफियाओं के सांठगांठ से योगी सरकार की आंख में धूल झोंक कर जालसाजी व फ्रॉड करते हुए काफी वर्षो से सही मदरसा 319 में 47 फर्जी मदरसों को जोड़कर उसकी सूची शासन को भेजकर सरकारी धन का गबन किया जा रहा है और लाखों रुपए का बंदरबांट किया जा रहा है। शबनम बानो हाईस्कूल में फेल हैं। शिकायतकर्ता अध्यापक सिराजुल हक खां ने यहां तक गंभीर आरोप लगाया है कि सेवारत अध्यापक व अध्यापिकाओं से वेतन लगवाने के नाम पर प्रतिमाह विभाग के कर्मचारियों व दलालो द्वारा 3000 से 5000 कि वसूली भी किया जाता है। शिक्षा माफिया साजिद खां के द्वारा वेतन लगवाने के नाम पर पूर्व में शिकायतकर्ता से तीन बार में पचास हजार रुपए लिया गया वहीं फाइजान व साजिद खां द्वारा अमर शहीद अश्फाक उल्ला खां विद्यालय परसपुर कुड़ियाव मदरसा में तैनाती अध्यापिका कामिनी देवी को उतरौला से कुड़ियाव विद्यालय में ट्रांसफर के नाम पर सत्तर हजार रुपए लिए गया है।

अध्यापिका कामिनी द्वारा जब अपना पैसा वापस मांगा गया तो तरह-तरह की धमकियां मिलने लगी। जिसको लेकर कामनी भी उच्च अधिकारियों को पत्र भी दे चुकी हैं और कार्रवाई की मांग भी की है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे संज्ञान में कोई ऐसा मामला नहीं है पत्र आने पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।