जिलाधिकारी ने नीति आयोग के इंडीकेटर पर आधारित विकास बिन्दुओं पर की गहन समीक्षा

बदलता स्वरूप श्रावस्ती। जिलाधिकारी कृतिका शर्मा द्वारा विभागवार सम्बन्धित अधिकारियों के साथ उनके विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की नियमित समीक्षा की जा रही है। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में तमाम विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ महत्वाकांक्षी जनपद कार्यक्रम के अन्तर्गत नीति आयोग के इंडीकेटर पर आधारित विकास बिन्दुओं पर गहन समीक्षा किया। उन्होने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन विभिन्न विभागों के माध्यम से किया जाता है। इसलिए सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों का दायित्व बनता है कि वे अपने-अपने विभागों में सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं/विकास कार्यक्रमों को धरातल पर उतारें, और हर पात्र व्यक्ति को जरूर लाभान्वित करें तथा यह भी ध्यान रखें कि कोई भी गरीब, असहाय, बेसहारा व्यक्ति सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वचिंत न रहने पाये। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान यह ज्ञात हुआ कि जागरूकता के अभाव में गर्भवती महिलाएं एवं नवजात शिशुओं का समय से टीकाकरण न होने के कारण जिले में मातृ और शिशु मृत्युदर अधिक है, जो बहुत ही गम्भीर विषय है। इसके लिए भी स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास पुष्टाहार एवं बेसिक शिक्षा को अब विशेष सतर्कता बरतनी होगी और जिले की हर गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण, उनके स्वास्थ्य की देखभाल एवं नवजात शिशु से लेकर पॉच वर्ष तक के बच्चों का समय से टीकाकरण कराने के साथ हर गर्भवती महिलाओं एवं उनके नवजात बच्चों के टीकाकरण का लेखा जोखा ढंग से रखा जाए। ताकि कोई भी गर्भवती महिला तथा नवजात शिशु टीकाकरण से वंचित न रहने पाए। उन्होनें यह भी निर्देश दिया कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जाए। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि संस्थागत प्रसव में जहां कमी पाई जाती है वहां पर संबंधित आशा, एएनएम के विरूद्ध विधिक कार्यवाई की जाए, ताकि जच्चा बच्चा के स्वास्थ्य की देख भाल बेहतर ढंग से अस्पतालों में हो सकें। उन्होने निर्देश दिया कि ऐनम, आशा बहू एवं आशा संगनी की प्रत्येक माह जिला स्तर पर बैठक नियमित रूप से आयोजित कर उन्हें बच्चों के टीकाकरण तथा परिवार नियोजन अपनाने हेतु लोगों को प्रेरित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाए, ताकि वे अपने अपने क्षेत्रों में वी0एच0एन0डी0 सत्र के दौरान एवं अन्य घर घर जा कर लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में लोगों को बतावें तथा उन्हें परिवार नियोजन के साधन/नसबंदी अपनाने हेतु प्रेरित भी करें। बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य केन्द्रों पर आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने, शैक्षिक गुणवत्ता पर ध्यान देने, किसानों हेतु चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं, मुद्रा ऋण, सुरक्षा बीमा योजनाओं, बैंकिंग, कौशल विकास योजनाओं का अनुश्रवण करते हुए शासन की मंशानुरूप क्रियान्वयन करते हुए आम जनमानस को लाभान्वित कराये जाने का निर्देश दिया। उन्होने योजनाओं के लक्ष्य की पूर्ति के बारे में सम्बन्धित अधिकारियों से वार्ता कर जानकारी ली तथा बेहतर ढंग से सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतार कर पात्रजनों को लाभान्वित करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस0पी0 तिवारी, परियोजना निदेशक इन्द्रपाल सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 मानव, डी0सी0 एन0आर0एल0एम0, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अजय कुमार यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक डा0 सन्त प्रकाश, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह, जिला कृषि अधिकारी अवधेश यादव, जिला प्रोबेशन अधिकारी सुबोध कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी पी0के0 दास, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, अधिशासी अभियंता जल निगम एस0एम0 असजद, अपर मुख्य अधिकारी सुभाष भारती, ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर शरद श्रीवास्तव, एम0जी0एन0एफ0 क्षितिज कुमार, सेव द चिल्ड्रेन संस्था के प्रतिनिधिगण सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहें।