बदलता स्वरूप अयोध्या। आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी सांसद संजय सिंह के आवाहन पर रविवार को प्रदेश के सभी जिलों में बिजली कटौती को लेकर लालटेन जुलूस निकाला। इसी क्रम में अयोध्या जिला इकाई ने जिलाध्यक्ष अनिल कुमार प्रजापति के नेतृत्व में भारी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ गांधी पार्क से रोडवेज तक लालटेन जुलूस निकाला गया। इस दौरान अघोषित बिजली कटौती पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।जिलाध्यक्ष अनिल कुमार प्रजापति ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश में बिजली की अघोषित कटौती हो रही है, जनता बिजली कटौती से त्राहिमाम कर रही है पूरे प्रदेश में बिजली कटौती का संकट लोग झेल रहे हैं। गर्मी की वजह से अस्पतालों में लोग भर्ती हो रहे हैं और मौतें हो रही हैं अकेले पूर्वांचल में सैकड़ों लोगों की मौतें हो चुकी हैं। अस्पतालों में भर्ती मरीज गर्मी से बेहाल होकर भाग रहे हैं और गर्मी के कारण तमाम बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। पार्टी की ओर से उन्होंने सरकार से मांग की प्रदेश में निर्बाध बिजली आपूर्ति कराई जाये जिससे इस भयंकर गर्मी से लोगों को निजात मिल सके और लोगों की मौतें न हों, गर्मी के कारण प्रदेश में जो मौतें हुई है उन मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाये और बिजली विभाग में रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाये। जिला प्रभारी संजीव निगम कहा कि ये बेहद दुर्भाग्य है कि 21वी सदी में लोगों को बिजली जैसी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति नहीं हो रही है।
बिजली आपूर्ति न होने की वजह से गर्मी के कारण लोगों की मौत हुई है ये मौत नहीं हत्या है. लोगों की मौतों पर भाजपा के मंत्री संवेदनहीन बयान दे रहे हैं ये दुःखद है, वहीं दूसरी तरफ दिल्ली की केजरीवाल सरकार बिना कटौती 24 घंटे बिजली दिल्ली की जनता को उपलब्ध करा रही है। उत्तर प्रदेश की जनता योगी सरकार से जानना चाहती है कि जब दिल्ली की जनता को मुफ्त और बिना कटौती 24 घंटे बिजली उपलब्ध हो सकती है, तो उत्तर प्रदेश की जनता को देश में सबसे महंगी और बिना कटौती 24 घंटे बिजली क्यों नहीं उपलब्ध हो पा रही है। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश की जनता को मुफ्त और 24 घंटे बिजली देने का वादा किया था आखिर यह वादा जुमला क्यों हो गया? जनता जानना चाहती है।महानगर प्रभारी जुल्फीकार आलम ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में 27000 मेगावाट बिजली की जरूरत है, और मात्र 4 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है, 23 हजार मेगावाट बिजली बाहर से खरीदी जा रही है, उसके बाबजूद 10-12 घंटे की बिजली कटौती होती है। अघोषित बिजली कटौती से लोग बेहद परेशान है। बिजली विभाग में वर्तमान में 1 लाख कर्मचारियों की जरूरत है लेकिन मात्र 34 हजार कर्मचारी बिजली विभाग में कार्यरत हैं, 66 हजार बिजली कर्मचारियों की कमी है जिसकी वजह से विभाग ठीक से काम नहीं कर पा रहा है, ट्रांसफार्मर फुंक जा रहे हैं, जगह जगह तार टूट रहे है कर्मचारियों के अभाव में काम नहीं हो पा रहा है और लोग गर्मी में रहने को मजबूर है ।
धरना प्रदर्शनमें महिला जिलाध्यक्ष सुनीता यादव, गुड़िया राईन,सुनील मौर्या, इस्राइल घोषी,जुल्फकार अली उर्फ सूरज प्रधान,कुलभूषण साहू,मोहित महाराज,शुभम श्रीवास्तव, हर्षवर्द्धन कोरी,हैदर अली,यू एन द्विवेदी, गायत्री मिश्रा, इमरान अहमद, शारजाह मास्टर,अशोक गौड़,विनोद कुमार,डॉ विजय कुमार,संजय कोरी, प्रहलाद कुमार,विद्यावती वर्मा,नीलेश चतुर्वेदी,अखिलेश गौतम,सहित सैकड़ों कार्यकर्ता साथी मौजूद रहे।