पर्यटक अब जंगल भ्रमण का उठा सकते हैं लुत्फ

बदलता स्वरूप श्रावस्ती। जिले में पहली बार जंगल के एक हिस्से को इको टूरिज्म के लिए खोला गया है। इसमें पर्यटकों को जंगल के अंदर भ्रमण, पार्क टेंट कार्टेज के साथ ही नौकायन का आनंद मिलेगा। ईको टूरिज्म का शुभारंभ वन विभाग की पीसीसीएफ ने किया। इससे जिले के साथ बाहर से आने वाले पर्यटकों को इस टूरिज्म का लाभ कैसे मिलेगा। इसके बारे में विभाग योजना बना रहा है। कार्यक्रम का शुभारंभ कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत मां सरस्वती की वंदना व स्वागत गीत के साथ हुआ। श्रावस्ती वन प्रभाग ने आम लोगों को जंगल से जोड़ने के लिए जंगल के एक हिस्से में ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया है। इसके तहत भिनगा के बनकटवा गेस्ट हाउस के पास में ही दो किलोमीटर लंबाई में वाक रोपवे बनाया गया है। जबकि पुराने गेस्ट हाउस के सामने पर्यटकों को लुभाने के लिए दो टेंट कार्टेज व इको पार्क का निर्माण किया है। इसके साथ ही जंगली जानवरों से लोगों को परिचित करने के लिए जंगली पशुओं का स्टेच्यू भी है। वहीं जंगल के अंदर से बहने वाले केन नाले में नौकायन की व्यवस्था की गई है। यहां पर्यटक परंपरागत नौकायन के साथ ही मोटर वोट का लुफ्त उठा सकते है। इस पर्यटन क्षेत्र का शुभारंभ पीसीसीएफ ममता संजीव दूबे ने किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय हरिहरपुररानी की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत मां सरस्वती की वंदना व स्वागत गीत के साथ किया गया। इस मौके पर पीसीसीएफ ने कहा कि जंगल सभी को अपना कल्चर याद दिलाता है। हमारी सभ्यता की जड़ जल व जंगल से ही जुड़ा हुआ है। इसलिए जितना हो सके आम लोगों को जंगल से जोड़ना चाहिए। हमें विश्वास है कि इस यूको पार्क से लोगों को लाभ होगा। इसका प्रचार प्रसार भी होना चाहिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग यहां आए। यहीं नहीं यहां आने वाले लोगों को जंगल के बारे में जानकारी भी दिया जाए। ताकि उनके मन में जंगल के प्रति श्रद्धा बने।

वहीं अपर मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह ने कहा की जब तक आम लोग वनों से होने वाले लाभ को समझ नहीं पाएंगे। तब तक वन सुरक्षित नहीं हो सकता है। इको टूरिज्म पार्क का शुभारंभ करने के साथ ही पीसीसीएफ ने पांच दिव्यांगों को वन विभाग की ओर से ट्राई साइकिल उपलब्ध कराया। इसी के साथ सभी दिव्यांगों को एक एक पौध भी घर में रोपाई के लिए दिया गया। इसके साथ वन विभाग ने यह भी आश्वासन दिया की यदि दिव्यांग अपने घर के आसपास और पौधे का रोपण करना चाहता है, तो वन विभाग पौधरोपण के लिए पौधे उपलब्ध कराएगा।

वहीं इस दौरान उन्होने एसएसबी के उप सेनानायक विनोद के साथ पौध रोपण भी किया।
कार्यक्रम का संचालन बेसिक शिक्षा विभाग के समन्वयक अजीत उपाध्याय ने किया। इस मौके पर संजय श्रीवास्तव अपर मुख्य वन संरक्षक सामाजिक वानिकी, मनोज कुमार सोनकर कंजर्वेटर के साथ ही डीएफओ डीएन सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।