पायनियर पब्लिक स्कूल में शिक्षकों के लिए हुआ कार्यशाला का आयोजन

बदलता स्वरूप बलरामपुर। पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज, बलरामपुर में विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी के निर्देशानुसार रत्नासागर पब्लिकेशन द्वारा अध्यापक/अध्यापिकाओं के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें पब्लिकेशन से आये हुए तारिक सिद्धीकी एवं अमर जीत यादव ने ‘‘सी0बी0एस0ई0 की यह राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति 2020‘‘, 21वीं शताब्दी की पहली शिक्षा नीति है। जिसका लक्ष्य हमारे देश के विकास के लिए अनिवार्य आवश्कताओं को पूरा करना है। यह नीति भारत की परंपरा और सांस्कृतिक मूल्यों के आधार को बरकार रखते हुए 21वीं सदी की शिक्षा के लिए आकांक्षात्मक जिसमे एस0डी0जी0 4 शामिल है के संयोजन में शिक्षा व्यवस्था उसके नियमन और गवर्नेस सहित सभी पक्षों के सुधार एवं पुनर्गठन का प्रस्ताव रखती है। यह नीति इस सिद्धांत पर आधारित है कि शिक्षा से न केवल साक्षरता और संख्या ज्ञान जैसी बुनयादी क्षमताओं के साथ-साथ उच्चतर स्तर की तार्किक और समस्या समाधान सम्बन्धित ज्ञानात्मक क्षमताओं का विकास होना चाहिए, बल्कि नैतिक, सामाजिक और भावनात्मक स्तर पर भी व्यक्ति का विकास होना आवश्यक है।
राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य भारत भारत में अब तक जो शिक्षा प्रदान की जा रही है उसमें क्रांतिकारी बदलाव लाना साथ ही भारत के शिक्षा को वैश्विक स्तर पर खड़ा करना है। जैसे हमारे भारत का इतिहास है कि पूरी दुनिया भारत से हमेशा सीखती आ रही है वैसे ही भारत को ज्ञान के क्षेत्र मे महाशक्ति बनाना भी नई शिक्षा नीति, 2023-24 का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है।
‘राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति‘ के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी एवं उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय, एक्टीविटी इंचार्ज राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित टी0एन0 शुक्ला, ए0के0 शुक्ला, ए0के0 तिवारी, डी0पी0 यादव, मुकेश गुप्ता, रवि भूषण शुक्ला, शालिनी शुक्ला, कपिल निषाद, वी0एन0 तिवारी, अनूप शुक्ला, ब्रजभूषण मिश्रा, दिव्या पाण्डेय, किरन मिश्रा, नीलम श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, पूनम चौहान, अर्पणा पटवा, उर्वशी शुक्ला, रीना श्रीवास्तव, हादिया रफीक एवं आमरा खान आदि सभी अध्यापक/अध्यापिकाओं ने बहुत ही रूचि के साथ इस आयोजित कार्यशाल में शामिल होकर राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी प्राप्त की। अंत में ‘राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति‘ के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा एमपी तिवारी नें रत्नासागर पब्लिकेशन से आये हुए तारिक सिद्धीकी एवं अमर जीत यादव को अपना अमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद ज्ञापन दिया।