बदलता स्वरूप बलरामपुर। जिलाधिकारी अरविंद सिंह द्वारा तहसील उतरौला में संभावित बाढ़ के दृष्टिगत विभिन्न क्षेत्रो का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने राहत केंद्र एवं चौकी का निरीक्षण किया। उन्होंने राहत केंद्र पर पेयजल, शौचालय, बिस्तर, प्रकाश एवं आवश्यक दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने, राहत चौकी पर कार्यरत कर्मचारियों द्वारा बाढ़ पर सतर्क नजर रखे का निर्देश दिया।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा राप्ती नदी की मेंस्ट्रीम धारा में बदलाव के कारण तहसील उतरौला में पिपरा घाट पुल एवं सिंगार जोत पुल पर एप्रोच कटान का जायजा लिया गया।
पिपरा घाट पुल पर अप्रोच कटान को रोके जाने के लिए कार्य कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने एप्रोच कटान को रोके जाने के लिए विंग वॉल/जिओ बैग वॉल तकनीकी अपनाए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए एप्रोच कटान को रोका जाए, किसी भी दशा में रास्ता अवरुद्ध न हो। उन्होंने सोलिंग कार्य कराते हुए वैकल्पिक रास्ता बनाए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष एप्रोच कटान की समस्या देखने को मिलती है, इसके स्थाई समाधान के लिए अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी एवं अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड मिलकर रास्ता निकाले। इसके अपने विभाग के उच्च स्तर पर पत्राचार व वार्ता करे। सुरक्षा की दृष्टि से उन्होंने यातायात प्रबंधन एवं पुलिस बल तैनात किए जाने, बैरिकेडिंग लगाए जाने एवं रात्रि के लिए प्रकाश की व्यवस्था किए जाने का निर्देश दिया।
सिंगार जोत पुल के निरीक्षण के दौरान पुल पर अप्रोच कटान नही हो रहा था, जिलाधिकारी द्वारा अप्रोच कटान रोकने के लिए सतर्क रहने एवं नजर रखे जाने का निर्देश दिया। इस दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व प्रदीप कुमार, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी अनिल कुमार, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड जेके लाल, एसडीएम उतरौला अवधेश कुमार, बीडीओ उतरौला व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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