पुण्यतिथि पर याद किए गए नेताजी सुभाष चंद्र बोस

बदलता स्वरूप बलरामपुर। पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि मनायी गयी। कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा एमपी तिवारी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण किया तथा द्वीप प्रज्जवलित कर किया। तत्पश्चात विद्यालय के उन्होंने छात्रों को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवनी से परिचित करवाया। उन्होंने बताया की नेताजी एक भारतीय राष्ट्रवादी थे। जिनकी देशभक्ति कई भारतीयों के दिलों में छाप छोड़ गई है। उन्हें आजाद हिंद फौज के संस्थापक के रूप में जाना जाता है। देश की आजादी के उन्होंने तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा दिया था। यही देश के नौजवानों में प्रेरणा फूटने वाला वाक्य था जो भारत मे नहीं अपितु विश्व के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया गया। भारत के स्वतंत्रता संग्राम मे उनका विशेष योगदान रहा है। सुभाष चंद्र बोस को असाधारण नेतृत्व कौशल और करिश्माई वक्ता के साथ सबसे प्रभावशाली स्वतंत्रता सेनानी माना जाता है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत में एक सच्चे और बहादुर नेता थे।

उन्होनें प्रतिभाशाली ढंग से आईएएस परीक्षा को पास किया था, परंतु उसको छोड़कर भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में जुड़ने के लिए 1921 में असहयोग आंदोलन के द्वारा जुड़ गये थे। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया था। जिसमे छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रतियोगिता में निखिल त्रिपाठी, आदित्य गुप्ता, यशी पाण्डेय, अंशिका यादव, सुनैना शुक्ला, स्वारा मिश्रा, अनन्या वर्मा एवं पूर्वी गुप्ता ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर अपना-अपना विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में भाषण प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं की प्रशंसा करते हुए सभी बच्चों का उत्साहवर्धन विद्यालय के प्रबंधक ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय सभी शिक्षकों का विशेष योगदान रहा।