बदलता स्वरूप गोंडा। जनपद न्यायाधीश ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी के आदेश पर आज डाॅ0 अनुपमा गोपाल निगम, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण गोण्डा की अध्यक्षता में एवं नितिन श्रीवास्तव अपर जिला जज की उपस्थिति में न्यायालय मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण गोण्डा में तृतीय प्री-ट्रायल बैठक का आयोजन आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत 09.09.2023 में मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों के अधिकतम वादों के निस्तारण के परिप्रेक्ष्य में आहूत की गयी। प्री-ट्रायल बैठक में उपस्थित बीमा कम्पनियों के अधिवक्ता अरविन्द बिहारी एवं राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला को निर्देशित किया गया कि आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक लम्बित प्रकरणों को चिन्हित करें तथा प्रकरणों का निस्तारण करावें जिससे आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों का निस्तारण किया जा सके। बैठक में उपस्थित बीमा कम्पनियों के अधिवक्तागणों द्वारा बताया गया कि मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों से सम्बन्धित 14 पत्रावलियों में सुलह दाखिल किया गया है, जिसे आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित किया जायेगा। इसी प्रकार आज सायं 04ः00 बजे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गोण्डा के सचिव नितिन श्रीवास्तव, अपर जिला जज/एफटीसी की अध्यक्षता में जनपद गोण्डा के समस्त बैंक के शाखा प्रबन्धकों की बैठक आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत के सन्दर्भ में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा में आहूत की गयी, जिसमें प्रभारी एल0डी0एम0 गया प्रसाद उपस्थित रहे। सचिव द्वारा बैठक में उपस्थित प्रभारी एल0डी0एम0 गया प्रसाद के अतिरिक्त पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारी अमनदीप सिंह, सेन्ट्रल बैंक आफ इण्डिया के शाखा प्रबन्धक जसप्रीत सिंह, बैंक आफ बडौदा के अधिकारी वैभव सिंह तथा स्टेट बैंक आफ इण्डिया के प्रबन्धक राजीव कुमार को आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक बैंक ऋण प्रकरणों को चिन्हित कर निस्तारण करने हेतु निर्देषित किया गया तथा यह भी निर्देशित किया गया कि वे अपने स्तर से ग्रामीण क्षेत्रों के बकायेदारों के मध्य आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत का व्यापक प्रचार-प्रसार भी करावें, ताकि वे राष्ट्रीय लोक अदालत के दिन दीवानी न्यायालय गोण्डा में आकर अपने प्रकरणों का निस्तारण करा सकें।
सचिव द्वारा बैठक में उपस्थित सभी प्रबन्धकों को बताया गया कि आप सभी बकायेदारों के ऋण प्रकरणों के निस्तारण हेतु शीघ्रताशीघ्र नोटिस/सम्मन तैयार करा लें तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा के कार्यालय में भेजवा दें ताकि उन नोटिस/सम्मनों का तामीला समय से हो सके व बकायेदारों को इस बात की जानकारी हो सके कि उनका कितना ऋण बकाया है। बैठक में उपस्थित शाखा प्रबन्धकों द्वारा बताया गया कि उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में अब तक लगभग 3378 बैंक ऋण प्रकरणों को निस्तारण हेतु चिन्हित किया गया है।