बदलता स्वरूप गोंडा। जनपद न्यायाधीश ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी के निर्देशानुसार वन स्टाप सेन्टर का निरीक्षण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा के सचिव / अपर जिला जज नितिन श्रीवास्तव द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर निधि त्रिपाठी उपस्थित रही। निरीक्षण के दौरान प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर निधि त्रिपाठी द्वारा अवगत कराया गया कि आज 22 अगस्त को कुल 06 पीड़िताऐं वन स्टाप सेन्टर गोण्डा में संरक्षित हैं, जिनमें से 02 पीड़िताऐं बयान हेतु जिला न्यायालय गोण्डा गयी हुईं हैं, 01 पीड़िता द0प्र0सं0 की धारा 164 के बयान हेतु न्यायालय गयी हुई हैं तथा 01 पीड़िता चिकित्सा परीक्षण हेतु जिला महिला अस्पताल गयी हुईं हैं, शेष 02 पीड़िताऐं वर्तमान में वन स्टाप सेन्टर गोण्डा पर उपस्थित हैं। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा द्वारा वन स्टाप सेन्टर में उपस्थित पीड़िताओं से मुलाकात की गई तथा उनके खान-पान एवं रहन-सहन के बावत उनसे एवं प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर से पूृछतांछ की गयी। प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर निधि त्रिपाठी द्वारा अवगत कराया गया कि वन स्टाप सेन्टर में रहने वाली पीडिताओं के खाने-पीने की व्यवस्था वन स्टाप सेन्टर से की जाती है। सचिव द्वारा प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर से पीड़िताओं एवं कार्यरत महिला कर्मचारीगण के लिये शुद्ध पेयजल की व्यवस्था पर पूंछतांछ की गयी, जिस पर प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि यहां पर रहने वाली पीड़िताओं एवं कार्यरत महिला कर्मचारीगण के पीने के लिये शुद्ध पेयजल/आर0ओ0 की व्यवस्था करा दी गयी है। दौरान निरीक्षण वन स्टाप सेन्टर के कमरों का भी निरीक्षण किया गया तथा कमरों में साफ-सफाई हेतु केस वर्कर/प्रभारी अधक्षिका को आदेषित किया गया। वन स्टाप सेन्टर में रहने वाली महिलाओं के कमरे में बेड, गद्दे, चादर आदि में कमी पायी गयी। केस वर्कर/प्रभारी अधीक्षिका द्वारा यह भी बताया गया कि कभी-कभी वन स्टाप सेन्टर में रहने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ जाती है, जिससे उनके रहन-सहन में अत्यधिक असुविधा होती है। इस समय वन स्टाप सेन्टर में 05 बेड व 05 गद्दे/चादर उपलब्ध है। सचिव द्वारा केस वर्कर/प्रभारी अधीक्षिका निधि त्रिपाठी से जिला प्रोबेशन अधिकारी को वन स्टाप सेन्टर में पर्याप्त मात्रा में बेड, गद्दे, चादर आदि की समुचित व्यवस्था कराने हेतु पत्र प्रेषित करने का निर्देश दिया गया। वन स्टाप सेन्टर में पीड़िताओं के कमरों में साफ-सफाई पायी गयी।
प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि वन स्टाप सेन्टर में आने के लिये सामने से कोई रास्ता नही है, मर्चुरी एवं ट्रांसफार्मर से होते हुये आना पड़ता है। रात में पीडितायें उसी रास्ते से आती हैं, जिससे आने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिस पर सचिव द्वारा प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर को अवगत कराया गया कि इस बावत जिलाधिकारी महोदया से बैठक में बातचीत की जायेगी। निरीक्षण के दौरान वन स्टाप सेन्टर में लगे सी0सी0टी0वी0 कैमरों को भी देखा गया, जो चालू हालात में पाये गये। निरीक्षण के दौरान वन स्टाप सेन्टर के रजिस्टरों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान केस रजिस्टर का अवलोकन किया गया। केस रजिस्टर के अवलोकन से विदित हुआ कि आज प्रातःकाल 04ः38 पर एक पीड़िता की सुपुर्दगी महिला आरक्षी आंशी अवस्थी कोतवाली मनकापुर को की गयी, जिसका जी0डी0 में तो अंकन है, किन्तु उसका सुपुर्दगीनामा मांगने पर नही मिला, जिस पर घोर आपत्ति व्यक्त की गयी। प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर को आदेंशित किया गया कि आपके द्वारा किसी पीडिता के सम्बन्ध में जो भी कागजात लिये जाते हैं, उन्हें एक साथ रखा जाये तथा मांगने पर उसे दिखाया जाये। केस रजिस्टर के अवलोकन से यह भी विदित हुआ है कि कुछ प्रार्थना पत्रों में पीड़िताओं के फोटो नही लगी हुयी हैं। प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर को आदेशित किया गया कि आप प्रार्थना पत्र के साथ लगे फोटो पर भी पीडिताओं को वन स्टाप सेन्टर में दाखिल करायें। प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि एक पीडिता दिनांक-24.07.2023 से अभी भी वन स्टाप सेन्टर में रह रही है, क्योंकि उसकी आयु का निर्धारण अभी तक नही हो सका है। इस पर सचिव द्वारा प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर को आदेशित किया गया कि उक्त की सूचना जिला प्रोबेशन अधिकारी गोण्डा को प्रेषित करायें तथा पीड़िता का शीघ्र ही आयु परीक्षण करा कर उसे उसके घर भिजवायें। केस रजिस्टर के अवलोकन से यह भी विदित हुआ है कि केस रजिस्टर में बहुत ज्यादा ओवर राइटिंग की जाती है, जिसे न करने के लिये सचेत किया गया तथा यह भी आदेशित किया गया कि वन स्टाप सेन्टर में जब पीडिता को दाखिल किया जाता है तो उस समय पर मौजूद केस वर्कर द्वारा रजिस्टर में अंकन किया जायेगा तथा जिस केस वर्कर द्वारा उसको सुपुर्द किया जाता है, उस केस वर्कर द्वारा भी उक्त का अंकन किया जायेगा। निरीक्षण के दौरान वन स्टाप सेन्टर पर मौजूद स्टाफ नर्स कृष्णावती पाण्डेय द्वारा अवगत कराया गया कि दिनांक-24.07.2023 को मेडिकल से सम्बन्धित जो मांग पत्र भेजा गया था, अभी तक वह उन्हें प्राप्त नही हुआ है। सचिव द्वारा प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर को आदेशित किया गया कि उक्त मेडिकल की मांग हेतु जिला प्रोबेशन अधिकारी गोण्डा को पुनः एक अनुस्मारक पत्र भेजा जाये।
निरीक्षण के दौरान प्रभारी अधीक्षिका/केस वर्कर श्रीमती निधि त्रिपाठी, सामाजिक कार्यकर्ता दीपशिखा शुक्ला, स्टाफ नर्स कृष्णावती पाण्डेय, कम्प्यूटर आपरेटर रिचा तिवारी, मल्टी पर्पज अर्चना उपाध्याय, वन स्टाप सेन्टर चैकी की महिला आरक्षी गीता यादव, कंचन सिंह, रीना वर्मा व रश्मि मिश्रा तथा ए0डी0आर0 गोण्डा के कनिष्ठ लिपिक कन्हैया लाल तिवारी व अंकित वर्मा उपस्थित रहे।