बदलता स्वरूप श्रावस्ती। जिलाधिकारी कृतिका शर्मा की अध्यक्षता में जिला आयुष समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि नियमित रूप से ओ0पी0डी0 में बैठकर मरीजों का उपचार कर उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जाए और निर्धारित समय पर ही बन्द किया जाए। यदि आकस्मिक निरीक्षण के दौरान कोई अस्पताल बन्द मिला तो सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारी पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
जिलाधिकारी ने क्षेत्रीय आयुर्वेद यूनानी अधिकारी डा0 रंजन वर्मा को निर्देश दिया है कि राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालयों का नियमित निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रेषित करते रहें और यह भी ध्यान रखा जाए कि कोई भी आयुर्वेद चिकित्साधिकारी बिना अवकाश स्वीकृत कराये न जाएं। उन्होने कहा कि आमजनमानस की जानकारी हेतु आयुर्वेद चिकित्सालयों के बाहर मार्गो पर शाइन बोर्ड लगवाया जाए, जिससे उन्हें अस्पताल में जाने के लिए कोई दिक्कत न होने पाये। जिलाधिकारी ने सभी राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि दायित्व बोध समझकर मरीजों की सेवा करें और सरकार द्वारा प्रदत्त सभी स्वास्थ्य सुविधाएं मरीजों को मुहैया करायें। चिकित्सालयों में आने वाले मरीजों का अनिवार्य रूप से पंजीकरण कर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करके निःशुल्क दवायें भी उन्हें मुहैया करायी जाए।
जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित जिला होम्योपैथ अधिकारी डा0 हरिओम वाजपेयी को निर्देश दिया है कि वे भी निरन्तर निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त रखें, ताकि मरीजों को कोई दिक्कत न होने पाये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह सहित समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारी राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय एवं फार्माशिष्टगण उपस्थित रहे।