दशरथ महल में संतों ने किया झुलनोत्सव का दर्शन

बदलता स्वरूप अयोध्या। गौ संत परमार्थ सेवा के प्रमुख केंद्र श्री दशरथ महल बड़ा स्थान में स्वर्ण, रजत भव्य अलौकिक झूले में झूला विहार कर रहे धनुषधारी भगवान चारो भाइयों एवं चारो महारानियों के साथ झूला विहार कर रहे हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मध्य महंत अवधेश दास महाराज , झूलनोत्सव का उल्लास चरम पर है। झूले में विराजमान श्री धनुषधारी भगवान को अलौकिक दिव्य झांकी श्री राम का दर्शन करने भक्तों की भीड़ लखन दास जी दिगंबर अखाड़ा मे उमड़ रही है। गौ संत परमार्थ सेवी विंदु गद्याचार्य स्वामी, देवेन्द्र प्रसादाचार्य जी महाराज को अध्यक्षता एव पावन सानिध्य में भव्य से संचालित झूलनोत्सव का दर्शन करने संतमहंत एवं भक्त पधार रहे हैं। इसी क्रम में रसिक पर श्री महंत जन्मेजय शरण जी महाराज बड़ा स्थान जानकी पाद बड़ा भक्तमाल पीठाधीश्वर श्री दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास जी महाराज, महंत भानू दास, नागा राम लखन दास जी महाराज महंत सूरज दास जी है। महाराज, अकबर पुर के पूर्व विधायक, वरिष्ठ समाज सेवी पवन पांडेय, संत सूर्य नारायण दास जी, श्री राम जानकी मंदिर भूमिम परशुरामपुर बस्ती सहित अन्य महंत भक्त शामिल रहे। बिंदु गद्याचार्य स्वामी देवेन्द्र प्रसादाचार्य जी महाराज द्वारा झूलन महोत्सव में पधारे सभी संतों का अंग वस्त्र भेट विदाई प्रदान कर सम्मानित किया गया। झूलन महोत्सव संतों भक्तों के लिए बड़ा आकर्षण का केंद्र बना हुआ।