पीडब्ल्यूडी, बिजली, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग समेत सभी अन्य को 3 दिन का दिया गया समय
बदलता स्वरूप गोंडा। जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा जन शिकायतों के निस्तारण को लेकर सख्त हो चली हैं। इनमें किसी भी प्रकार की लापरवाही अधिकारियों को भारी पड़ सकती है। जिलाधिकारी ने ग्राम चौपाल में प्राप्त जन शिकायतों के निस्तारण के संबंध में विभागों से आख्या मांगी है। तीन दिन का समय दिया गया है।जिलाधिकारी ने जन शिकायतों पर प्रमुखता से कार्रवाई का निर्देश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि जनशिकायतों पर चलताऊ टिप्पणी या रिपोर्ट मंगाने की प्रवृत्ति स्वीकार नहीं की जाएगी। साथ ही शिकायतकर्ताओं का पूरा विवरण भी दर्ज किया जाए, जिससे जरूरत पड़ने पर उनका फीडबैक लिया जा सके।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बीती 12 जून को गोण्डा जिले की कमान संभाली थी। उनके द्वारा 20 जून को ग्राम चौपाल की शुरुआत की गई। अगस्त तक सभी 16 विकासखण्डों के 96 ग्रामों में ग्राम चौपाल आयोजित की गई। प्रत्येक सप्ताह मंगलवार और शुक्रवार को चौपाल का आयोजन किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्वयं ग्रामों में पहुंचकर शिकायतों की सुनवाई की और संबंधित अधिकारियों को कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए। जिलाधिकारी तक अपनी बात पहुंचाने के लिए जनपद के दूर-दराज के इलाकों से कलेक्ट्रेट तक आने वाले ग्रामीणों को इन ग्राम चौपाल से काफी राहत मिली। गांव की समस्या का समाधान गांव में ही सुनिश्चित किया गया। ग्राम चौपाल में जनसुनवाई के साथ अब जिलाधिकारी स्वयं एक-एक शिकायत पर की गई कार्यवाही की समीक्षा कर रही हैं। सभी विभागों को प्राप्त शिकायतों पर की गई कार्यवाही के संबंध में रिपोर्ट देने को कहा गया है।
जिलाधिकारी कार्यालय से ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, लोक निर्माण विभाग और बिजली विभाग को विशेष रुप से नोटिस भी जारी किया गया है। जिनमें, ग्राम चौपालों में प्राप्त विभाग से संबंधित कार्यवाही के संबंध में आख्या प्राप्त न होने के संबंध में नाराजगी जताई गई है। इनके साथ ही, सभी अन्य विभागों को भी तीन दिन में सूचनाएं उपलब्ध कराने को कहा गया है। उन्होंने साफ किया है कि शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।