बदलता स्वरूप गोंडा। जिला जज ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी के निर्देशानुसार जिला कारागार गोण्डा में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन एवं कारागार का निरीक्षण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नितिन श्रीवास्तव अपर जिला जज द्वारा किया गया। विधिक साक्षरता शिविर के दौरान जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार सिंह द्वारा सचिव को अवगत कराया गया कि आज की तिथि में कुल 975 बन्दी कारागार में निरूद्ध हैं, जिसमें से सिद्धदोष बन्दी 170 विचाराधीन बन्दी 789 तथा अस्पताल में कुल 15 बन्दी भर्ती हैं। अस्पताल में भर्ती 15 बन्दियों में से सिद्धदोष बन्दी 03 व विचाराधीन बन्दी 12 हैं तथा 01 एन0एस0ए0 बन्दी है। विधिक साक्षरता शिविर को सम्बोधित करते हुये सचिव द्वारा शिविर में उपस्थित बन्दियों से यह कहा गया कि हाल ही में जो बन्दी जिला कारागार में निरूद्ध हुये हैं, उनके पास यदि अधिवक्ता नही हैं तो उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा द्वारा निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराया जायेगा। इसके साथ ही साथ यहां पर उपस्थित सभी बन्दियों से अपेक्षा है कि यदि आप को यह ज्ञात हो कि आपकी बैरक का कोई विचाराधीन बन्दी ऐसा है, जिसके पास अधिवक्ता नही हैं, तो उससे कहिये कि उसे उसके वाद की पैरवी हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा द्वारा तुरन्त निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराया जायेगा, क्योंकि यह उसका एक विधिक अधिकार है। इस साक्षरता शिविर में सचिव द्वारा उन विचाराधीन बन्दियों से भी मुलाकत की गयी, जिनकी जमानत आज से पूर्व हो चुकी है किन्तु अभी तक उनकी रिहाई नही हुई है।
इस शिविर में सचिव द्वारा विचाराधीन बन्दियों को अवगत कराया गया कि जिन विचाराधीन बन्दियों की आर्थिक स्थिति अच्छी नही है तथा वे अपनी जमानत की शर्तों को पूर्ण करने में असमर्थ हैं तथा उसे शिथिल कराना चाहते हैं, वे उक्त के सम्बन्ध में अपना प्रार्थना पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के समक्ष प्रेषित करायें तत्पश्चात उस पर सचिव द्वारा नियमानुसार विधिक कार्यवाही कर सम्बन्धित न्यायालय से जमानत की शर्तों को शिथिल करने के लिये अनुरोध किया जायेगा। इसके अलावा सचिव द्वारा शिविर में उपस्थित उन बन्दियों को भी यह अवगत कराया गया कि जो बन्दी पिछले छः माह अथवा उससे अधिक माह से जिला कारागार में निरूद्ध हैं किन्तु उनके पास अधिवक्ता न होने के कारण वे न्यायालय के समक्ष जमानत प्रस्तुत नही कर पा रहे हैं। उनकी जमानत हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से पैनल अधिवक्ता नियुक्त कर उनके द्वारा उनकी जमानत के प्रार्थना पत्र को सम्बन्धित न्यायालय के समक्ष दाखिल कराया जायेगा। तत्पश्चात शिविर में उपस्थित 03-04 विचाराधीन बन्दियों द्वारा सचिव महोदय से अपनी जमानत कराने के लिये न्यायालय के समक्ष प्रार्थना प्रस्तुत कराने के लिये कहा गया, जिस पर सचिव द्वारा उन्हें जमानत कराने हेतु प्रार्थना पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा को प्रेषित कराने के लिये कहा गया।

सचिव द्वारा महिला बैरक का भी निरीक्षण किया गया। दौरान निरीक्षण महिला बन्दियों को विधिक सहायता के बावत जानकारियां प्रदान की गयीं। इस दौरान सचिव द्वारा दोषसिद्ध महिला बन्दियों से भी वार्तालाप की गयी। 20.09.2023 तक दोषसिद्ध की गयी महिला बन्दियों को उच्च न्यायालय के समक्ष अपील प्रस्तुत करने के लिये कहा गया तथा यह भी कहा गया कि यदि वे निजी अपील करने में असमर्थ हैं तो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से उनकी जेल अपील माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करायी जायेगी। इसी अवसर पर सचिव द्वारा कौशल विकास संस्थान के तहत सिलाई एवं कढाई का प्रशिक्षण पा रही 10 महिला बन्दियों से भी मुलाकात की गयी तथा उनके द्वारा बनाये गये एवं कढाई किये गये वस्त्रों को भी देखा गया। आज सचिव द्वारा किशोर बैरक, बैरक नं0-05, 06 तथा 07, 08 का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 01 विचाराधीन बन्दी द्वारा अवगत कराया गया कि उसके पास सरकारी अधिवक्ता नही है। इस हेतु सचिव द्वारा जेल पराविधिक स्वंय सेवक को आदेशित किया गया कि वे उक्त विचाराधीन बन्दी का प्रार्थना पत्र लेकर उसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा को प्रेषित करायें ताकि उक्त प्रार्थना पत्र पर आवश्यक कार्यवाही की जा सके। उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा आदेशित किये जाने पर आज दिनांक-21.09.2023 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा में कार्यरत डीईओ द्वारा जिला कारागार गोण्डा में नियुक्त पराविधिक स्वयं सेवकों को नालसा के पोर्टल पर कार्य किये जाने के सम्बन्ध में 02 घन्टे का एक प्रशिक्षण दिया गया। निरीक्षण के दौरान सचिव द्वारा पाकशाला का भी निरीक्षण किया गया। पाकशाला में सायंकालीन भोजन की तैयारियां की जा रही थी। पाकशाला इन्चार्ज द्वारा बताया गया कि सायंकालीन भोजन में आज बन्दियों को रोटी, चावल, दाल-चना व आलू, तरोई व लौकी की सब्जी दी जायेगी। पाकशाला में साफ-सफाई थी, बर्तन भी साफ-सुथरे थे।
इसके उपरान्त सचिव द्वारा जिला कारागार के अस्पताल का निरीक्षण किया गया। जिला कारागार के अस्पताल के निरीक्षण के दौरान जिला कारागार के अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं बन्दियों से मुलाकात की गयी तथा हाल-चाल पूंछा गया। कारागार के अस्पताल के निरीक्षण के दौरान डाक्टर डा0 ए0पी0सिंह को निर्देशित किया गया कि बीमार बन्दियों की उचित देखभाल एवं दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित करें। जेलर षिव प्रताप मिश्र एवं डाक्टर डा0ए0पी0सिंह को आदेशित किया गया कि जो बन्दी बीमार हों तथा उसे कारागार अस्पताल मे भर्ती कराना आवश्यक हो, तो ही उसे कारागार अस्पताल में भर्ती किया जाये। आज के विधिक साक्षरता शिविर एवं निरीक्षण के दौरान जेलर शिव प्रताप मिश्र, डिप्टी जेलर विवेक सिंह एवं अन्य बन्दी रक्षक तथा ए0डी0आर0 के कनिष्ठ लिपिक कन्हैया लाल तिवारी व अंकित वर्मा उपस्थित रहे।