बदलता स्वरूप गोण्डा। चौथे दिन 27 सितंबर को नीरज सिंह के स्वास्थय में गिरावट आने के कारण लगभग रात्रि 10 बजे जिला अस्पताल की टीम आयी और उनका चैकअप किया गया। जिसमें उनकी बीपी बढ़ी हुई थी कई बार दस्त आ चुका था मौजूद डॉक्टर की टीम ने जो उचित मेडिसिन दिया और रात किसी तरह कटी। आज 28 सितंबर को सुबह तबियत अचानक फिर बिगड़ गई जिसके बाद जिला अस्पताल के डॉक्टर की टीम आयी और दवाई के साथ साथ ग्लूकोस चढ़ाया कुछ ही समय बाद शासन से जिला मजिस्ट्रेट और क्षेत्राधिकारी का आगमन हुआ और काफी देर तक अनशन तोड़ने के लिए कहा गया लेकिन बिना किसी ठोस आश्वासन के ठाकुर नीरज सिंह ने कहा कि बिना किसी ठोस आश्वासन के और बिना किसी जिम्मेदार अधिकारी जो विश्वविद्यालय बनने का ठोस आश्वासन मिले बिना अनशन तोड़ने से मना किया और कहा
रघुकुल रीति सदा चल आयी।
प्राण जाए पर वचन ना जायी।।
अपने प्राणों की आहुति यही दे दूंगा पर बिना किसी ठोस आश्वासन के बगैर अनशन खत्म नही करूंगा। जिसमे आज शिक्षक समाज, अधिवक्ता समाज, डॉक्टर टीम, समाज सेवी संस्था के कई संगठनो का समर्थन देख रहा था। पाण्डव वंशीय बाबू रघुबीर शरण सेन स्मारक धर्मार्थ ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी देवेंद्र सिंह,
उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ गोण्डा की किरण सिंह जिला अध्यक्ष, पवन कुमार सिंह मण्डल अध्यक्ष, सुधाकर मिश्रा जिला महामंत्री, शिवकुमार गुप्ता जिला कोषाध्यक्ष, अवधेश कुमार वर्मा ब्लॉक मंत्री इटियाथोक, कृष्णानंद मिश्रा जिला उपाध्यक्ष, कमल किशोर नरवरिया सदस्य शकुंतला सिंह अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ गोंडा, उमेश श्रीवास्तव जिला संयुक्त मंत्री लवकुश शुक्ला, जिला संयुक्त मंत्री नेहा शुक्ला मंत्री मुरैना कृष्णा तिवारी जिला अध्यक्ष महिला सभा सुबी कक्कड़ जिला महामंत्री महिला सभा मोहित सिंह मंडल मंत्री पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ गोंडा जितेंद्र कुमार सिंह अनुराग तिवारी अभय मिश्रा शैलेश मिश्रा आलोक शुक्ला मनोज शर्मा कुलदीप सिंह अखिलेश पांडे प्रशांत सिंह राजकुमार सिंह नागेंद्र कुमार सिंह, संतोष सिंह, नील ठाकुर, सूरज उपाध्याय, विनय वर्मा, राम प्रकाश तिवारी, भोला सिंह, प्रवीण सिंह, लाल जी सिंह, बाल जी सिंह आदि उपस्थित रहे।
