बृजेश सिंह
बदलता स्वरूप गोंडा ।
भारतीय राजनीति में मुस्लिम तुष्टिकरण को चुनाव जीतने का अजेय मंत्र माना जाता रहा है लेकिन वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस तुष्टीकरण के फार्मूले को ध्वस्त कर दिया
मैं यहां आया नहीं हूं मुझे मां गंगा ने बुलाया है ,प्रधानमंत्री के इस बोल से बनारस की जनता ने उन्हें अपने पलकों पर बिठाया और अपने यहां से सांसद बनाकर भारतीय जनता पार्टी के लोगों के सहयोग से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बन गए ,सौभाग्य बस पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही कार्यकाल में माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मंदिर के पक्ष में अभूतपूर्व ऐतिहासिक निर्णय दिया ।
अयोध्या में राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्णय दिए जाने के बाद से ही स्थितियों में बड़ा परिवर्तन हुआ है ।
कुछ समय पहले तक भाजपा की ओर से नारा लगाया जाता था कि रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे वहीं विपक्षी दल पलट वार करते हुए कहते थे कि राम मंदिर बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे
इस चुनाव में सब कुछ बदल चुका है वर्ष 2024 के चुनाव में सारी बिसाते भाजपा अपने पक्ष में बढ़ा चुकी है सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद पवित्र अयोध्या नगरी में दिव्य गगनचुंबी राम मंदिर का निर्माण कार्य पूर्णता की ओर अग्रसर है राम लला के विराजमान होने की तिथि भी आ गई है आगामी वर्ष 2024 में 22 जनवरी को प्रभु श्री राम अपने अस्थाई मंदिर से नए राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित होने जा रहे हैं
पांच पांच चुनावी राज्यों में जहां विधानसभा चुनाव चल रहे हैं वहां भारतीय जनता पार्टी के सभी बड़े चुनावी प्रचारक अयोध्या की बात कर रहे हैं और वहां की जनता को अयोध्या दर्शन के लिए आमंत्रित कर रहे हैं मध्य प्रदेश के चुनाव में श्री राम मंदिर का प्रचार प्रसार जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी कर रही है उसे कांग्रेस असहज हो रही है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी की ओर से यह कहा जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की सबसे बड़ी बाधा कांग्रेस ही रही है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैलियां में जिस तरह से जन सैलाब उमड रहा है उसे देखकर कांग्रेसी नेताओं के पैर के नीचे की जमीन खिसक गई है छत्तीसगढ़ के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन करने के लिए जाएंगे
अतः छत्तीसगढ़ में रामलीला दर्शन योजना लाई जाएगी ताकि छत्तीसगढ़ के लोग राम लला का दर्शन कर सके और दर्शन कर कृतार्थ हो सके
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक जनसभा में यहां तक कह दिया कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही देश में राम राज्य का आरंभ होगा जहां जाती और धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होगा उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र में अपने 9 वर्ष के कार्यकाल के दौरान योजनाओं के माध्यम से राम राज्य की ने रखी है भाजपा के सभी दिग्गज नेता छत्तीसगढ़ में धुआंधार प्रचार कर रहे हैं छत्तीसगढ़ में हिंदू धर्म को समाप्त कर ईसाई मिशनरी जहां हिंदू समाज का सरकारी सहयोग के बल पर धर्मानांतरण कर रही हैं तो वही हिंदू मुस्लिम जिहाद से भी हिंदू लोग आतंकित हो रहे हैं राज्य में धर्मानांतरण के रोकथाम के लिए व्यापक कानून लाने के बाद भी भाजपा के नेता कर रहे हैं राजस्थान में भी भारतीय जनता पार्टी की ओर से समग्र हिंदुत्व की विचारधारा व उसके विकास को समाहित करते हुए चुनाव प्रचार किया जा रहा है राजस्थान में नाथ संप्रदाय का बहुत महत्व है और जनसंख्या के आधार पर कुछ सीटों पर सरकारी भी है यही कारण है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरखधाम पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ स्टार प्रचारक हैं बताते चलें कि राम मंदिर आंदोलन में गोरखपुर धाम पिता दी स्वरों की बड़ी भूमिका रही है महंत दिग्विजय नाथ महंत अद्वैत नाथ के साथ महंत योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो राम मंदिर पर हमेशा से ही खोलकर बोलते रहे हैं और मंदिर बनाने में उनकी भूमिका को नकारा नहीं जा सकता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ में भगवान भोलेनाथ के दर्शन के उपरांत अपना चुनावी अभियान शुरू किया है योगी जी ने अपना चुनावी अभियान अजमेर में उसी जगह से प्रारंभ किया है जहां पर प्रशासन ने 300 वर्ष पूर्व एक शिव मंदिर को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया था अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख भी बता दी गई है मंदिर उद्घाटन की तिथि बता देने के बाद से ही सेकुलर दलों में काफी तनाव है और यही कारण है कि उनकी ओर से लगातार अजब गजब बयान आ रहे हैं जहां एक और अयोध्या में बना रहे राम मंदिर के कारण मुस्लिम समाज को भड़काने का अथक प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सपा बसपा सहित आम आदमी पार्टी के लोग अब यह कहने लगे हैं राम तो सभी के हैं
विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की आक्रामक रणनीति और चुनाव में कांटे की टक्कर को देखते हुए कांग्रेस गहरे दबाव में आ गई है और यही कारण है कि जो राहुल गांधी अपनी भारत छोड़ो यात्रा के दौरान हिंदू बनाम हिंदुत्व और तमाम तपस्वी बनाम पुजारी में विकृत मानसिकता के साथ भेदभाव पैदा कर रहे थे वही अपने आप को उदार हिंदू दिखाते हुए केदार धाम जाकर राजनीतिक विश्लेषको एवं हिंदू मानस को भ्रमित करने का करने का असफल प्रयास कर रहे हैं सच तो यह है कि चुनावी हिंदू राहुल गांधी ने केदारनाथ मंदिर इस डर से गए हैं लेकिन उन्होंने स्वयं को ही कई प्रश्नों के चक्रव्यूह में फंसा दिया है क्योंकि यह वही राहुल गांधी हैं जो विदेशों में जाकर हिंदू धर्म को बदनाम करते हैं और मंदिरों के विषय में विकृत बयान बाजी करते रहे हैं राहुल गांधी का अभी तक यह कहना रहा है कि हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां शक्तिहीन है वह यह भी बयान दे चुके हैं कि हिंदू लोग मंदिरों में लड़कियां छेड़ने जाते हैं राहुल गांधी हिंदू समाज को विभाजित करने के लिए जातिगत जनगणना का अभियान भी चला रहे हैं ज्ञानव्यापी प्रकरण में जब हिंदू पक्षकारों ने शिवलिंग मिलने का दावा किया तब कांग्रेस उसे फवारा बता रही थी कांग्रेस ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में लगातार बाधा डाली और उन्हें भगवान राम पर रामचरितमानस को काल्पनिक कह कर हिंदू समाज का हर क्षण अपमान किया
तमिलनाडु के प्रमुख नेताओं द्वारा सनातन हिंदू समाज के उन्मूलन पर गांधी परिवार पूरी तरीके से मौन रहा
अभी अचानक ऐसा क्या हो गया कि राहुल गांधी अपना सारा काम धाम छोड़कर केदारनाथ धाम पहुंच गए सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं छत्तीसगढ़ की राजनीति में महादेव ऐप का विवाद भी चल रहा है जिस पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि घोटालेबाजों ने महादेव को भी नहीं छोड़ा संभवत उनकी इसी बात का असर हुआ और राहुल गांधी केदार धाम पहुंच यह भी कहा जा सकता जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में अभी तक कांग्रेस की गारंटीयों का ऐसा कोई असर नहीं दिख रहा है यही कारण है कि राहुल गांधी हिंदू समाज की आंख में धूल झोंकने के लिए केदारनाथ धाम पहुंचे हैं सोशल मीडिया पर काफी हंगामा खो जाने के बाद कांग्रेस एक बार फिर बैक फुट पर आ गई है और उसे यह बयान देना पड़ा कि ये राहुल की निजी आध्यात्मिक यात्रा है राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी हिंदू और सनातन धर्म को लेकर पूरी तरह से भ्रमित रहती है जब भी चुनाव आते हैं कांग्रेसी नेताओं को मंदिर याद आ जाते हैं कर्नाटक चुनाव में भी प्रियंका और राहुल गांधी मंदिर दर्शन करने गए थे कर्नाटक कांग्रेस में जय बजरंगबली नारे के जवाब में कांग्रेस ने 1000 हनुमान मंदिर बनाने का बड़ा वादा किया था किंतु अभी तक वहां मुस्लिम तुष्टिकरण चल रहा है कांग्रेस हिंदू समाज के प्रति हमेशा से ही दोहरा रवैया अपनाती रही है और सत्य सत्ता हथिया ते ही मुस्लिम तुष्टिकरण पर उतारू हो जाती है राहुल गांधी इन चुनाव से पूर्ण केदारनाथ गए हैं वह अभी तक केवल वहां दो ही बाहर गए हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केदारनाथ के प्रति अटूट श्रद्धा एवं भक्ति है और वह प्रधानमंत्री बनने के बाद छह बार केदारनाथ जा चुके हैं और उनके उनके नेतृत्व में यहां पर काफी विकास कार्य प्रगतिशील हैं हिंदू जनमानस अभी आप अच्छी तरह से समझ गया है कि राहुल गांधी और उनके नेतृत्व में संपूर्ण कांग्रेस महज ढूंढ हुआ नाटक कर रही है कांग्रेस ने अभी तक मन से अयोध्या में बना रहे राम मंदिर का स्वागत नहीं किया है राहुल गांधी की विदेश यात्राओं की तरह उनके मंदिर दर्शन भी संदिग्ध ही हैं।

