बदलता स्वरूप गोंडा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के निर्देशानुसार मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में शीतलहर से बचाव हेतु जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में शीतलहर की तैयारियों हेतु अलाव की व्यवस्था, रैन बसेरों की व्यवस्था, कंबल वितरण की व्यवस्था, भूकंप से बचाव हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम, ग्राम पंचायतों व स्कूलों में प्रशिक्षण कार्यक्रम, नाव दुर्घटना से बचाव ऑटोमेटिक वेदर सिस्टम, आपदा प्रबंधन परियोजना का निर्माण, राहत चौपाल, घाट चौपाल आदि मुद्दे पर विस्तार रुप से समीक्षा की गई। बैठक में सभी उपजिलाधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका एवं नगर पंचायतों को निर्देश दिया गया कि अपने-अपने क्षेत्र में अलाव जलाने हेतु स्थान का चिन्हीकरण कर लिया जाए। रैन बसेरा को क्रियाशील कर दिया जाए। रैन बसेरे में शौचालय, पानी, विद्युत, बिस्तर, दवा आदि की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। सभी रैन बसेरे में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए, कंट्रोल रूम को सक्रिय कर दिया जाए तथा रैन बसेरा एवं अलाव का वाचन निरीक्षण भी किया जाए, कंबल वितरण हेतु पात्र व्यक्तियों का चिन्हीकरण कर लिया जाए।
बैठक में समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि शीतलहर से बचाव हेतु समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली जाए स्वास्थ्य विभाग को समस्त अस्पतालों में रैन बसेरा अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाएः मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि पशुओं को शीतलहर से बचाव हेतु सहित अन्य सभी संपूर्ण कार्य पूर्ण किया जाए। इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट चन्द्रशेखर, समस्त उपजिलाधिकारी गोण्डा, जिला विकास अधिकारी सुशील कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश चौधरी, एसीएमओ आदित्य वर्मा, जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
Badalta Swaroop | बदलता स्वरुप Latest News & Information Portal